कुमार इंदर, जबलपुर। शहरी क्षेत्र से डेयरी हटाने के मामले में राज्य सरकार द्वारा एनजीटी में पेश की गई एक्शन टेकन रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है. शहरों से नाममात्र का डेयरी हटाने का काम हुआ है. अभी भी कई डेयरी शहर में संचालित हैं.

इसे भी पढ़ें- रंग पंचमी: खंडवा में उज्जैन से आई तोपों से गुलाल उड़ाया, मंदसौर में कलेक्टर-SP ने अनाथ बच्चों के साथ खेली होली, मालवा में मंदिर में ठंडई का वितरण, इधर रतलाम में रंगारंग गेर में शामिल थे ऊंट और घोड़े

दरअसल, पिछले कई सालों से शहर में संचालित हो रही डेयरियों को शहर के बाहर शिफ्टिंग का काम चल रहा है, लेकिन जगह आबंटित किए जाने के बावजूद डेयरी संचालकों ने शहर के अंदर से अपनी डेयरियों को शिफ्ट नहीं किया है. अभी भी शहर में डेयरियों का संचालन किया जा रहा है. महज कुछ डेयरी संचालकों ने डेयरी स्टेट जाने की सहमति जताई है.

इसे भी पढ़ें- Fire in Mp: भोपाल में कबाड़ खाने से निकले कचरे में लगी भीषण आग, खरगोन में किसान के खेत में आग लगने से करीब 20 क्विंटल गेहूं की फसल जलकर खाक

बता दें कि सिटी के रिहायशी इलाकों में चल रही डेयरियों को शिफ्ट करने के लिए डेयरी संचालकों को परियत नदी के किनारे जगह आवंटित की गई है. वहां 222 डेयरिया संचालित है.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus