कुमार इंदर, जबलपुर। चित्रकूट में जुड़वां बच्चों के अपहरण के बाद हत्या के दोषियों को उम्रकैद की सजा से नाखुश पिता ब्रजेश रावत ने हाईकोर्ट (High Court) का दरवाजा खटखटाया हैं. उम्र कैद की सजा को फांसी में बदलने की मांग को लेकर ब्रजेश रावत ने याचिका (Petition) लगाई है. कोर्ट ने  याचिका को स्वीकार कर लिया है. साथ ही कोर्ट ने एक आरोपी को जमानत देने से भी इनकार कर दिया.

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दरअसल, दोषियों ने दो करोड़ की फिरौती के लिए चित्रकूट के रामघाट निवासी तेल कारोबारी बृजेश रावत के छह वर्षीय दो जुड़वां बेटे प्रियांश और श्रेयांश का सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट के पब्लिक स्कूल से अपहरण किया था और 20 लाख की फिरौती वसूलने के बाद भी दोनों मासूम की निर्मम हत्या कर दी थी. शव को बांध कर यमुना नदी में फेंक दिया था. नयागांव पुलिस ने शव बरामद कर छह लोगों को जेल भेजा था, जिसमें घटना के मास्टर माइंड रामकेश यादव ने सेंट्रल जेल सतना में फांसी लगा ली थी. जिला अदालत में आरोपियों को दोहरी उम्रकैद की सजा सुनाई थी.

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इस फैसले से नाखुश मृतक बच्चों के पिता बृजेश रावत ने हाईकोर्ट में उम्रकैद की सजा को फांसी में बदलने की मांग लेकर याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि ऐसे अपराधियों को फांसी की सजा से कम नहीं मिलनी चाहिए है. कोर्ट ने भी याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है.

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