कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर (Jabalpur) में पशु प्रेमियों का अनोखा प्रदर्शन (Animal lovers protest) देखने को मिला। जहां स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के मौके पर युवाओं ने खुद को पिंजरे और जाल में फंसाकर लोगों को जानवरों की तकलीफ महसूस कराने की कोशिश की। युवाओं ने आम लोगों तक फील देयर पेन अभियान के तहत अपनी बात पहुंचाई। इस दौरान अपील करते हुए कहा कि पशुओं पर अत्याचार बंद करें।

पिंजरे के अंदर बैठे बेजुबान जानवर का दर्द महसूस कराने के लिए जबलपुर में एक अनोखा प्रदर्शन हुआ। स्वतंत्रता दिवस पर वीगन सोसाइटी के युवाओं ने खुद को पिंजरे में बंदकर बैठ गए और लोगों को जानवरों की तकलीफ को महसूस कराने की कोशिश की। युवाओं ने अपील की है कि पशुओं पर अत्याचार करना बंद करें।

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युवाओं ने बताया कि कैसे इंसानों द्वारा भोजन कपड़े, मनोरंजन आदि के लिए मूक पशुओं का शोषण कर उन्हें क्रूर मौत दी जाती है। उन्होंने लोगों को वीगन लाइफ स्टाइल अपनाने के लिए भी प्रेरित किया।

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अभियान को चलाने वाली पशु पक्षी प्रेमी कहते हैं कि आजकल पशु पक्षियों के साथ क्रूरता की घटनाएं बहुत ज्यादा हो रही है। सड़क पर रहने वाले जानवरों से लेकर पालतू पशुओं तक को क्रूरता झेलनी पड़ती है। दूध निकालकर गायों को भी यूं ही छोड़ दिया जाता है। कुत्ते बहुत ज्यादा क्रूरता झेलते हैं, घोड़े, खच्चर, ऊंट, बैल, गधे जैसे जानवरों का इस्तेमाल माल की ढुलाई के लिए किया जाता है।

इस दौरान उनके साथ बहुत ज्यादा क्रूरता होती है। पक्षियों को पकड़कर पिंजरों में कैद कर दिया जाता है, तो वे उदास और परेशान हो जाते हैं। पशु पक्षियों की तकलीफों को लेकर लोग बिलकुल भी जागरूकता नहीं है। पशुओं के प्रति क्रूरता रोकने के लिए कानून (Animal Cruelty Law) सख्त होना चाहिए। साथ ही आम जनता को भी जागरूक होना चाहिए। ताकि पशुओं पर बढ़ते अत्याचार कम हो सके।

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