यत्नेश सेन, देपालपुर (इंदौर)। आज पूरे देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जा रही है। इस मौके में हम आपको ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां भगवान श्रीकृष्ण की अद्भुत, अद्वितीय और अनूठी प्रतिमा है। देपालपुर के गिरोता गांव में स्थित राधा कृष्ण चौहारा मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण अपने मूछों वाले अवतार में विराजित हैं, जो की एकमात्र मंदिर माना जाता है। यह मंदिर इंदौर शहर से 80 किलोमीटर दूर है।
इस गांव में भगवान साक्षात गांव की रक्षा करने के लिए द्वारपाल की तरह विराजित हैं, जिन्हें बांका चौराहा के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि मंदिर एक गुफा द्वार की तरह है, जहां ऊपर भगवान कृष्ण विराजे हैं। वहीं मंदिर के नीचे से ग्रामीण गुजरते हैं।
ग्रामीणों की माने तो कई साल पहले गांव में भीषण आग लगी थी। इससे पूरा गांव खाक हो गया था, लेकिन मंदिर सुरक्षित था, जबकि उस समय मंदिर लकड़ी का बना हुआ था। पूरे गांव के लोग इसी मंदिर में आकर भगवान श्रीकृष्ण की छत्रछाया में बचे थे।
ग्रामीणों ने बताया कि जब-जब कोई अनहोनी होने की संभावना रहती है और जब भी बरसात नहीं होती तो ग्रामीण लोग यहां हरे कृष्ण- हरे राम संकीर्तन करते है, जिससे भगवान इनकी भाव भरी पुकार सुनकर वर्षा रूपी प्रेम बरसाते हैं। ग्रामीणों के अनुसार इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना है।
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