निलेश भानपुरिया, झाबुआ। झाबुआ जिले के 8 गांवों में सिंचाई परियोजना के तहत लगभग 24 करोड़ की लागत से 8 बैराज-डेम बनाए जा रहे हैं। आज इनका भूमि पूजन किया गया, लेकिन कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट (Water Resources Minister Tulsi Silavat) के नहीं पहुंचने और सांसद गुमान सिंह डामोर के 2 घंटे देरी से आने पर विधायक कांतिलाल भूरिया (MLA Kantilal Bhuria) भड़क गए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आदिवासियों के विकास कार्यों में भाजपा वालों की कोई रुचि नहीं है।

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विधायक कांतिलाल भूरिया (MLA Kantilal Bhuria) ने कहा कि प्रशासन के निमंत्रण पर वे समय पर आ गया थे, लेकिन 2 घंटे इंतजार के बाद भी जल संसाधन मंत्री आए। सांसद गुमान सिंह भी देरी से पहुंचे। इस दौरान विधायक भूरिया ने दावा करते हुए कि यह जो विकास कार्य हो रहे हैं। ये कांग्रेस की सरकार के समय हमारी मांग पर कमलनाथ ने स्वीकृत किए थे।

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वहीं कार्यक्रम में 2 घंटे देरी से पहुंचे क्षेत्रीय सांसद गुमान सिंह डामोर ने कहा कि बैराज निर्माण से पलायन की मुख्य समस्या खत्म होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 2024 तक नर्मदा जी का पानी झाबुआ तक पहुंचाएंगे। उन्होंने विधायक भूरिया के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मंत्री जी व्यस्तता की वजह से आयोजन में सम्मिलित नहीं हो पाए। मैंने भी लेट आने सूचना दी थी। सांसद के कहा कि कांतिलाल भूरिया के पास कोई काम नहीं है। वे दिन भर घर में बैठे रहते हैं। उक्त बैराज के निर्माण में कमलनाथ का कोई लेना देना नहीं है। 15 महीने की कांग्रेस सरकार में कांतिलाल भूरिया ने एक कील भी ठोकी हो तो वे बता दें। कांतिलाल और कांग्रेस सिर्फ एक ही कला में माहिर हैं। झूठ बोलना और गुमराह करने में।

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