यश खरे, कटनी। मध्यप्रदेश के कटनी में 8 करोड़ से ज्यादा की धान खरीदी घोटाले के मामले में मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाइज कॉरपोरेशन लिमिटेड (MP State Civil Supplies Corporation Limited) ने बड़ी कार्रवाई की है. मध्य प्रदेश स्टेट सिविल सप्लाइज कॉरपोरेशन एलटीडी ने 6 राइस मिलर्स को 3 साल के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया है.
दरअसल, कटनी जिले में धान खरीदी केंद्रों से सांठगांठ करके राइस मिलर्स ने सरकार को करीब 8 करोड़ रुपए की चपत लगाई है. 6 राइस मिलर्स को उपार्जन केंद्रों से धान उठाकर मिलर परिसर में संग्रहित करना था, लेकिन जांच में मिलर्स के यहां धान नही मिला था. मिलर्स के यहां धान न मिलने पर जिला प्रशासन ने 6 फरवरी 2022 को माधवनगर थाना, कुठला थाना, कैमौर थाना में गुरुनानक इंडस्ट्रीज माधवनगर, रोहरा इंडस्ट्रीज माधवनगर, सियाराम इंडस्टीज माधवनगर, वरुण इंडस्ट्रीज माधवनगर, सुमन सत्यनारायण लमतरा, प्रगति राइस मिल झिरिया के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. वहीं अब मध्य प्रदेश स्टेट सिविल सप्लाइज कॉरपोरेशन एलटीडी ने 6 मिलर्स को 3 साल के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया है.
इस तरह किया गया घोटाला
प्रक्रिया के अनुसार धान खरीदी केंद्र से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को केंद्र पर कितनी धान खरीदी गई, इसकी जानकारी भेजी जाती है. विभाग द्वारा इस आधार पर मिलर को डिलिवरी ऑर्डर जारी किया जाता है. इस ऑर्डर के आधार पर मिलर केंद्र से धान उठा लेता है. धान उठाव के बाद विभाग द्वारा स्वीकृति पत्रक जारी किया जाता है, जिसके आधार पर किसानों को भुगतान कर दिया जाता है. कटनी के 17 खरीदी केंद्रों से विभाग को धान खरीदी की जो जानकारी भेजी गई थी जो फर्जी थी.
धान वास्तव में खरीदी ही नहीं गई, बल्कि सिर्फ कागजों पर ही धान की खरीदी हुई और सिर्फ कागजों पर ही धान मिल तक भी पहुंच गई. जांच में पाया गया था कि न तो किसान से धान खरीदी गई, न ही धान मिलर ने उठाया, ये सब सिर्फ कागजों पर हुआ.
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