इमरान खान,खंडवा। मध्यप्रदेश में बीते कुछ दिनों से बारिश नहीं हो रही है. जिसके चलते किसानों की खड़ी फसलें सूख रही हैं और बर्बाद होने की कगार पर हैं. खंडवा जिले में भी उम्मीद से कम बारिश होने से अब किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें झलकने लगी है. आज जिले के कई किसान और कांग्रेस नेता बारिश नहीं होने से फसलों के नुकसान की शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. कलेक्ट्रेट कार्यालय में जमकर नारेबाजी करते हुए किसानों ने ज्ञापन दिया.

दरअसल खंडवा में आज बड़ी संख्या में किसान बैलगाड़ी के साथ अपने हाथों में फसलें लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने पहले तो जमकर नारेबाजी की. इसके बाद कलेक्ट कार्यालय में ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के दौरान किसानों ने मांग की है कि खंडवा जिले को सूखाग्रस्त घोषित किया जाए. किसानों को बीमा दिया जाए. उनकी फसलों का सर्वे न करें, क्योंकि अब बारिश भी होती हैं तो फसलों का कुछ ठीक नहीं होना है. फासले खेतों में ही खराब हो गई है.

पत्नी की बेवफाई से आहत पति ने लगाई फांसी: मोबाइल में स्टेटस लगाकर लिखा- एक जन्म का सफर समाप्त, बाकि छह जन्म तेरा इंतजार रहेगा

सरकार किसानों के बच्चों की स्कूल फीस भी माफ करे, क्योंकि किसान के जेब अब एक रुपए भी नहीं बचा है. सब पैसा उसने अपने फसल में लगा दिया है. स्थानीय जिला प्रशासन को किसानों ने चेतावनी भी दी है कि अगर 5 दिन के अंदर उनकी समस्या का निराकरण नहीं हुआ, तो वह हाईवे पर चक्का जाम करेंगे.

बता दें कि खंडवा जिले में बारिश नहीं होने से यह फसलें पूरी तरीके से खराब हो गई है. अब किसान लगातार विरोध कर फसलों के सर्वे बीमा और राहत राशि की मांग कर रहे हैं.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus