इमरान खान, खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले (Khandwa) में पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि (Hailstorm) और बारिश (Rain) की वजह से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। 21 गांवों के 800 किसानों की 852 हेक्टेयर से ज्यादा फसलें बर्बाद हो गई। वहीं आकाशीय बिजली गिरने से दो किसान महिलाओं की मौत हुई है। इस बात का खुलासा राजस्व विभाग के नेत्रांकन सर्वे में हुआ। पटवारी और तहसीलदारों के सर्वे के आधार पर भू-अभिलेख विभाग ने रिपोर्ट तैयार कर क्षतिपूर्ति के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है।

इस बेमौसम बारिश से प्रभावित हुई फसल को लेकर सरकारी राहत राशि और मुआवजे की आस बंधी हुई है। किसान अब सरकार से यह भी आस लगाए हुए हैं कि जिस फसल की क्वालिटी खराब हुई है उसे भी सरकार उचित मूल्य पर खरीदे। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (CM Shivraj Singh) के निर्देश के बाद प्रभावित हुई फसलों का सर्वे कार्य शुरू हो गया है।

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पिछले हफ्ते जिले की चारों तहसीलों में बेमौसम बारिश और कहीं कहीं ओलावृष्टि के कारण फसलों को भारी नुकसान हुआ है। मुख्य रूप से गेहूं, चना, प्याज, तरबूज और सब्जियों को ज्यादा नुकसान पहुंचा है। गेहूं और चने की फसल पक कर खेतों में खड़ी थी, कुछ किसान ही यह फसल निकाल पाए थे, लेकिन अधिकांश किसान फसल निकालते उससे पहले ही बेमौसम बारिश ने कहर बरपा दिया।

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असामयिक वर्षा से परेशान किसान संगठनों के पदाधिकारी सरकार से मांग कर रहे हैं कि जल्दी ही सर्वे पूरा कर राहत और बीमा राशि का भुगतान करें। साथ ही जिन फसलों की गुणवत्ता प्रभावित हुई है उसे भी सरकारी मूल्य पर खरीदने के निर्देश जारी करें।

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