हर्षराज गुप्ता, खरगोन। मध्यप्रदेश के खरगोन में आबकारी एक्ट में बंद  कैदी की मौत के बाद बवाल मचा हुआ है। मृतक की मौत पर आला अधिकारियों ने जांच शुरु कर दी है। इस घटना के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक जेल प्रहरी को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही आबकारी निरीक्षक को जिले से बाहर कर दिया गया। रेडक्रॉस मृतक कैदी के परिजनों को 1 लाख रुपये की सहायता राशि देगी।

खरगोन में कैदी की मौतः अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में तोड़ा दम, आक्रोशित भीड़ ने देर रात शराब दुकान में किया पथराव

बता दें कि आरोपी रवि पाल की मौत के बाद शव खरगोन पहुंचा जहां भारी संख्या में लोगों ने कलेक्टर कार्यालय के सामने शव को रखकर जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। करीब दो घंटे से सैकड़ों लोग कलेक्ट्रेट के सामने सड़क पर प्रदर्शन कर रहे है।

बड़ी संख्या में मौजूद पुरुष और महिलाएं दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग लेकर डटे हुए हैं। विधायक रवि जोशी, पूर्व मंत्री बालकृष्ण पाटीदार, भाजपा जिला अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह राठौर मौके पर मौजूद हैं। आक्रोशित लोग नारेबाजी कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मृतक रवि के परिजनों ने जेल प्रबंधन पर मारपीट का आरोप लगाया है।

जानें क्या है पूरा मामला ?

दरअसल खरगोन जेल में बंद कैदी रवि पाल की अचानक तबीयत बिगड़ गई। जिला अस्पताल से इंदौर ले जाते वक्त रास्ते में उसकी मौत हो गई। कैदी की मौत के बाद परिजनों और समाज के लोगों ने जमकर बवाल किया और शराब दुकान में जमकर तोड़फोड़ की। दुकान को आग के हवाले कर दिया। मारपीट से एक व्यक्ति घायल हो गया। देर रात तक माहौल तनावपूर्ण रहा।

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