भोपाल। मध्यप्रदेश रीवा जिले में राजनिवास में महंत सीताराम उर्फ समर्थ त्रिपाठी पर नाबालिग से रेप करने का आरोप लगाया है. नाबालिग से बलात्कार की घटना पर सीएम शिवराज भड़क गए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बेटी पर बुरी नजर डालने वालों को पुलिस कुचल दे. ये बुलडोजर किसलिए हैं.एसपी-कलेक्टर चलाएं इनको. घटना के पीछे कोई भी दोषी हों, बख्शा नहीं जाएगा. रीवा कार्यक्रम में पहुंचे शिवराज ने यह बयान दिया है. आरोपी महंत श्रीराम जन्मभूमि न्यास के पूर्व सदस्य और पूर्व सांसद रामविलास वेदांती का नाती है.

रीवा दौरे पर पहुंचे सीएम शिवराज ने कई ऐलान किया है. बेरोजगारों को हर साल 2 लाख रोजगार देंगे. प्रदेश को कृषि की तरह रोजगार में भी नंबर वन राज्य बनाएंगे. एमपी में सीएम राइज स्कूल खुल रहे हैं. 1 लाख सरकारी नौकरी दी जाएगी. पुलिस भर्ती में 50% नबर फिजिकल के होंगे. अच्छी शिक्षा का सभी को मौका मिलेगा.

जानकारी के अनुसार विश्राम भवन राजनिवास में महंत सीताराम दास ने हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए नाबालिग के साथ दरिंदगी की है. शहर में होने वाले भागवत कथा के वाचन के लिए मंहत रीवा आए हुए थे. मंहत के सहयोगियों ने एक नाबलिग को बहला कर 28 मार्च को सर्किट हाउस पहुंचे. कमरा नबंर एनएक्ससी 4 में नाबलिग को ले जाकर बंद कर दिया. यहां मंहत और उसके सहयोगियों ने शराब का सेवन किया और नाबालिग को भी जबरदस्ती शराब पिलाई. महंत के सहयोगियों ने बाहर से कमरे को बंद कर दिया और नाबालिग के साथ मंहत रेप की और डराया धमकाया.

Big Breaking: अब इस कथावाचक बाबा पर लगा रेप का आरोप, सर्किट हाउस में नाबालिग से की दरिंदगी, गिरफ्तारी के पहले शिष्य सहित बाबा फरार

एएसपी शिवकुमार वर्मा के मुताबिक किशोरी सोमवार की शाम अकौरी (पना नईगढ़ी) निवासी विनोद पांडेय के फोन पर सतना से रीवा आई थी. लड़की को झांसा देकर महंत से मिलने सर्किट हाउस लाया गया था. सबसे पहले उन्हें सैनिक स्कूल बुलाया गया। फिर वहां से उसे कार से सर्किट हाउस के अंदर लाया गया. विनोद पांडे ने नाबालिग को महंत सीताराम उर्फ समर्थ त्रिपाठी से मिलवाया.

पीड़िता ने बताया कि वहां महंत, विनोद और अन्य आरोपी शराब पार्टी कर रहे थे. उन्होंने शराब भी पीलाना चाही. उसके मना करने पर विनोद व दूसरा व्यक्ति कमरे से बाहर निकल गया. महंत ने अपने शिष्यों को गलत काम करने के बाद उसे घर छोड़ने के लिए कहा. हिस्ट्रीशीटर ने उसे धमकी दी कि वह किसी को कुछ न बताए. उसके परिचित सर्किट हाउस के बाहर मिले. उन्होंने उसे आरोपी से छुड़ाया. इसके बाद वह सतना चली गई. 29 मार्च की शाम को वह अपने पिता के साथ रीवा के सिविल थाने पहुंचे और मामला दर्ज करवाया.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus