देवेंद्र चौधरी, मंडला। मध्यप्रदेश के आदिवासी जिला मंडला (Mandla) में हर एक जनपद पंचायत में मुख्यमंत्री कन्या विवाह कार्यक्रम चर्चाओं में रहा है। बीते दिन जिले के नारायणगंज, बीजाडांडी में तो भारी हंगामा हुआ था और आज भी ऐसा कुछ हुआ। जिले के निवास में भी अव्यवस्थाओं के बीच विवाह समारोह का आयोजन किया गया था। इस आयोजन में 138 जोड़ों की शादी होनी थी, लेकिन हुई केवल 137 जोड़ों की। फिर भी जनपद पंचायत 138 जोड़ों की शादी मान रहा है और सामान भी 138 जोड़ों को वितरण किया गया।
दरअसल, जिले के निवास जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले सभी पंचायतों से 138 जोड़ों की सूची प्राप्त हुई थी। रविवार को विवाह समारोह में मंडप के नीचे 138 मंडप बने थे। 137 मंडपों में जोडे़ मौजूद थे, लेकिन एक मंडप में महज दुल्हन बैठी थी, जबकि दूल्हा गायब था। मंत्रोच्चारण के बीच सब कुछ चलता रहा जब कन्या दान शुरू हुआ था और मौके पर मौजूद मीडियाकर्मियों की नजर जैसी ही अधूरे जोड़े पर पड़ी तो वैसे ही मंच में बैठे लोगों में हलचल मचने लगी।
मीडियाकर्मियों ने दुल्हन के पास पहुंचकर देखा तो वहां दुल्हन और उसके परिवार के साथ दूल्हा के माता पिता और रिश्तेदार भी मौजूद थे। जब उनसे पूछा गया तो उनका कहना था कि बाहर काम करने गया था, नहीं आ पाया है। जब परिजन मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थे उसी वक्त मंच से सफाई दी जाने लगी कि दूल्हा दुर्घटना में घायल हो गया है और अस्पताल में भर्ती है, इसलिए नहीं आ पाया।
अगर इस बात को मान लिया जाए तो सफाई देने वाले बताए कि आखिर मंडप में अकेले दुल्हन को घंटों तक क्यों बैठाया गया। जब मीडिया की नजर पड़ी तो उठा दिया गया। इस पूरे मामले में सरपंच मीही लाल ने कहा कि लड़का बैंगलोर में काम करता है आज उसको पहुंचना था लेकिन नहीं आ पाया है। वो कहीं भी भर्ती नहीं हुआ है न ही कोई दुर्घटना हुई है। वहीं एसडीएम शिवाली सिंह राजपूत ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच की जाएगी कि आखिर मामला क्या है।
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