अजय शर्मा, भोपाल। मध्यप्रदेश विधान सभा का मानसून सत्र (monsoon session of Assembly) स्थगित होने के बाद सदन (House) के भीतर हंगामा और वंदे मातरम को लेकर सत्ता पक्ष बीजेपी (BJP) और विपक्ष कांग्रेस (Congress) में आरोप-प्रत्यारोप जारी है।

विधानसभा में वंदे मातरम गायन के दौरान कांग्रेसियों के व्यवधान पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि बड़े दुर्भाग्य की बात है. यही कांग्रेस का मूल चरित्र है. लोकतंत्र के मंदिर में वंदे मातरम का अपमान करना देश का अपमान है. कमलनाथ – दिग्विजय सिंह मैं आपसे पूछना चाहता हूं इस बारे में आप क्या कहेंगे. वैसे तो आपका पुराना इतिहास रहा है. आपने कभी देश और संस्कृति को आगे नहीं रखा. हमेशा से ही देश का अपमान करते आये है. यही कांग्रेस का मूल चरित्र है. मैं घटना की कड़ी निंदा करता हूं.

शुक्ला और शकील में अंतर कांग्रेस की कुत्सित मानसिकता

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस के हंगामे की निंदा करते हुए राजनीतिक रोटी सेंकने और तुष्टीकरण करने का आरोप लगाया है। कहा कि- कांग्रेस चर्चा से भागती है, हम हर चर्चा को तैयार है। शुक्ला और शकील में अंतर करना कांग्रेस की कुत्सित मानसिकता है। सीधी और शिवपुरी में हुई घटना का उदाहरण दिया। दोनों घटना के वीडियो वायरल हुए, लेकिन कांग्रेस ने सिर्फ सीधी का मुद्दा उठाया। उन्होंने सवाल उठाया कि सीधी की घटना पर कार्रवाई हो चुकी है तो उस पर कांग्रेस क्यों हंगामा कर रही है?

कमलनाथ- हम केवल चर्चा चाहते है

सीधी घटना और सदन में आदिवासी पर हंगामा को लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि- ऐसी बड़ी घटना जिसने मध्य प्रदेश का नाम पूरे देश में बदनाम किया है। आदिवासी समाज पर अत्याचार पर हमने चर्चा की मांग की थी, हमने स्थगन प्रस्ताव प्रस्तुत किया स्वीकार करने को तैयार नहीं थे। कोई और उपाय देने को तैयार नहीं थे। चर्चा कैसे होगी ये दबाने और छिपाने की राजनीति ज़्यादा समय नहीं चलेगी। सबसे बड़ा मुद्दा हमारे भाइयों पर हो रहा अत्याचार है। ये पूरे देशभर में सबसे अधिक है। हम केवल इस पर चर्चा चाहते हैं। मुझे समझ नहीं आता कि सरकार इसे स्वीकार क्यों नहीं कर लेते हैं। जब तक उनके उच्च नेतृत्व का सहानुभूति रहेगी ये चर्चा नहीं करेंगे।

नेता प्रतिपक्ष-हम सदन नहीं चलने देंगे

आदिवासी को लेकर हंगामे पर नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि- जबतक आदिवासी पर अत्याचार पर चर्चा नहीं होगी हम सदन नहीं चलने देंगे। कार्य मंत्रणा में अनुरोध किया था देश के सबसे ज़्यादा आदिवासी मध्यप्रदेश में है। स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से मैंने मत रखा था। सरेआम बीजेपी कार्यकर्ता इस तरह का काम कर रहा है। इस घटना ने पूरे मध्य प्रदेश को कलंकित किया है। सरकार का रवैया बता रहा है कि वो चर्चा नहीं करना चाहता है। हम विपक्ष में है अगर हम सदन में सच्चाई ने रखेंगे तो क्या होगा। ये हमारा दायित्व और कर्तव्य है। हम कहां और किस दरवाजे पर जाए। अगर हम विधानसभा में नहीं बोलेंगे तो हमें कहां बोलने दिया जाएगा।

मंत्री सारंगः राजनीतिक रोटी सेंकने वंदेमातरम् का अपमान

कांग्रेस के आरोपों पर मंत्री विश्वास सारंग ने पलटवार किया है। बोले कि- कांग्रेस तो इस विधानसभा की हर मर्यादा को तार तार कर रही है। कोई मुद्दा नहीं तो हंगामा कर रहे हैं। मुद्दे पर बातचीत को हम तैयार है। विधानसभा में हर मुद्दे पर बातचीत करने की प्रक्रिया है। आप प्रक्रिया का पालन कीजिए। आज तो उन्होंने वंदे मातरम का अपमान कर दिया। आसंदी से अध्यक्ष जी को खुद बोलना पड़ा कि यह शर्मनाक है। केवल राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए वंदे मातरम का अपमान कर रहे हैं। सीधी मामले में पटाक्षेप हो चुका है जो आरोपी है उस पर कार्रवाई होगी।

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