मनोज उपाध्याय, मुरैना। जब पुलिस ही रक्षक की जगह भक्षक का काम करेगी तो आम जनता का भरोसा पुलिस से उठ जाएगा। एक ऐसा ही मामला मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में देखने को मिला है। जहां पुलिस ने चंबल के अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़ा, जिस पर कार्रवाई करने पहुंची वन विभाग की टीम के साथ मारपीट कर हवालात में बंद कर दिया। इतना ही नहीं पुलिस ने ट्रैक्टर को माफियाओं के सुपुर्द कर दिया।

बता दें कि जिले के टेंटरा थाने में वन विभाग की टीम अवैध रेत से भरे हुए ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त करने पहुंची, तभी वहां पर सिविल ड्रेस में खड़े थाना प्रभारी और उनकी टीम ने वन विभाग के वनरक्षक अभिषेक दंडोतिया के साथ धक्का-मुक्की करते हुए रात करीब 12 बजे लॉकअप में बंद कर दिया।

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बताया गया है कि रेंजर ने जब थाना प्रभारी जयदीप सिंह भदौरिया को फोन किया, तब उनको लॉकअप से बाहर निकाला गया है। वनरक्षक अभिषेक दंडोतिया ने बताया कि अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली का वीडियो बना रहे थे। तभी थाना प्रभारी ने धक्का-मुक्की की, मोबाइल छीनकर लॉकअप में बंद कर दिया और ट्रैक्टर ट्रॉली की चाबी रेत माफियाओं को सुपुर्द कर दी।

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इसके बाद वन विभाग का अमला एसपी ऑफिस पहुंचा। वन कर्मचारियों ने थाना प्रभारी के खिलाफ आवेदन दिया। जिसके बाद एसपी ने अभद्रता करने वाले पुलिसकर्मी को लाइन अटैच कर दिया है और थाना प्रभारी के खिलाफ एसडीओपी को जांच सौंप दी गई है।

इस मामले में डीएफओ स्वरूप दीक्षित ने कहा कि वन विभाग के कर्मचारियों के साथ अभद्रता करने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और जो भी अधिकारी इसमें दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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