मनोज उपाध्याय, मुरैना। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मुरैना (Morena) जिले में आए दिन अवैध हथियारों के दम पर हो रही लूटपाट आदि घटनाओं को लेकर मुरैना पुलिस ने पूरे जिले में चेकिंग अभियान चलाया। अभियान में जिले के सभी थानों ने जगह-जगह चेकिंग पॉइंट लगाए गए। इस दौरान पुलिस ने डेढ़ दर्जन के करीब आरोपियों को पकड़ा है। बदमाशों के कब्जे से अवैध हथियार बरामद किया गया है।

शहर में गुरूवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रायसिंह नरवरिया ने बताया कि पुलिस महानिरीक्षक सुशांत सक्सेना के निर्देश पर जिले के सभी पुलिस थानों में चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान करीब डेढ़ दर्जन आरोपियों को पकड़ा गया। आरोपियों से अवैध 16 कट्टा और दो बंदूक जब्त किया गया है। साथ ही पकड़े गए आरोपियों के अपराधिक रिकार्ड भी खंगाले जा रहे हैं, ताकि उन पर और कौन से अपराध दर्ज है उसका पता लगाया जा सकें। वहीं जब अवैध हथियार मिलने वाले आरोपियों से मीडिया ने पूछा तो सिविल लाइन थाने से आए एक आरोपी ने कहा कि हम दोनों भाई बाइक की चाबी के लिए लड़ रहे थे। इसकी शिकायत थाने में रिपोर्ट करने आए थे। आरोपी ने बताया कि मेरे पास कोई अवैध हथियार नहीं था। मुझे पर पुलिस ने कट्टा रखकर मामला दर्ज कर किया गया है।

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बता दें कि सिविल लाइन थाना पहले भी इस प्रकार के मामलों को लेकर सुर्खियों में रहा है। कुछ दिनों पहले गांजा तस्करी में जब्त फोर व्हीलर गाड़ी को थाने का आरक्षक चला रहा था। जब यह खबर फैलने लगी तो गाड़ी को रख दिया गया। वहीं कुछ महीने पहले एक कबाड़े की दुकान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें कबाड़ी वाला कह रहा था कि सिविल लाइन थाने के द्वारा मुझसे हर महीने अवैध वसूली की जाती है और सिविल लाइन थाना प्रभारी खुद थाने में इनर चड्डा पहने हुए थे। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।

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इस बात से साफ जाहिर होता है कि मुरैना जिले के सभी थानों के थाना प्रभारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों से मिले निर्देश में चेकिंग पॉइंट लगाकर कार्रवाई तो करते हैं। लेकिन हकीकत में देखा जाए तो पुलिस उन आरोपियों तक नहीं पहुंच पाती। ऐसे में बादमाश आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देते है। कुछ थानों के द्वारा वास्तविक कार्रवाई की जा रही है। निर्दोष लोगों को पकड़कर उनको अपने वरिष्ठ अधिकारियों के सामने पेश कर अच्छे काम का श्रेय लेते हैं और मीडिया की सुर्खियों बने रहने का काम करते है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी इन कारनामों की अनदेखी कर रहे हैं।

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