मनोज उपाध्याय, मुरैना। मुरैना जिले में हनुमानजी पुलिस ‘लॉअकप’ में हैं। सुनने में थोड़ा यह अजीब जरुर है, लेकिन एक साधू ने यह आरोप लगाया है। साधू का कहना है कि पुलिस ने उसके हनुमानजी को उठाकर थाने ले आई है।

दरअसल, मुरैना शहर से 5 किलोमीटर दूर स्थित सिलायथा गांव में रघुनाथ बाबा नाम के एक साधू ने हनुमान जयंती के दिन पत्थरों का चबूतरा बनाकर हनुमानजी की मूर्ति रखी थी। दूसरे ही दिन पुलिस मूर्ति को थाने ले आईबाबा की गलती सिर्फ इतनी थी कि वो सरकारी जमीन पर हनुमानजी की मूर्ति की स्थापना की थी। कुछ ग्रामीणों ने पुलिस से इसकी शिकायत कर दी कि, कुछ बाहरी लोग सरकारी जगह पर कब्जा करने की नीयत से हनुमानजी की मूर्ति स्थापना कर हैं, इस कारण गांव में विवाद हो सकता है। इस शिकायत के बाद पुुलिस-प्रशासन ने हनुमानजी की मूर्ति को चबूतरे से उठा लिया और सिविल लाइन थाने में लाकर रखवा दिया। अब साधू रघुनाथ बाबा तीन दिनों से थाने के चक्कर लगा रहा है कि उसे उसके हनुमानजी की मूर्ति वापस कर दो, लेकिन पुलिस उसे नहीं दे रही है।

आंखों में आंसू लेकर साधु वह मूर्ति को थाने से वापस देने की गुहार लगा रहा है। लेकिन पुलिस मूर्ति वापस नहीं कर रही है। यह कार्रवाई इसलिए भी चर्चाओं में है क्योंकि मुरैना जिले में डॉ. आंबेडकर की प्रतिमाएं लगाकर, लगातार जमीनों पर कब्जे किए जा रहे हैं।

रघुनाथ बाबा ने कहा कि, मेरे हनुमानजी की मूर्ति को पुलिस उठा लाई है। गांव के कुछ लोगों ने शिकायत की दी। इसके बाद जमीन पर कब्जा करने के आरोप लगाकर पुलिस मूर्ति उठा लाई। मूर्ति को वापस किया जाए, यहां उसकी पूजा भी नहीं हो रही।

वहीं इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉक्टर रायसिंह नरवरिया ने कहा कि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करके कोई भी मूर्ति या प्रतिमा रखता है तो यह गलत है। ऐसे लोगों पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। थाना प्रभारी ने ऐसी कोई जानकारी नहीं दी है कि थाने में हनुमानजी की मूर्ति रखी है।

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