मनोज उपाध्याय, मुरैना। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुरैना (Morena) जिले में एक थाना प्रभारी के कार्यकाल में 4 एसपी बदल गए, लेकिन टीआई ‘साहब’ का दबदबा चार साल से कायम है। वो एक ही थाने में थाना प्रभारी बनकर बैठे हुए हैं। कहा जा रहा है कि टीआई ‘साहब’ की राजनैतिक पकड़ मजबूत है। इस कारण उनका ट्रांसफर नहीं हो रहा है।

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दरअसल, हम बात कर रहे हैं पहाड़गढ़ थाने की.. यहां थाना प्रभारी धर्मेंद्र गौर के कार्यकाल में 4 एसपी आए और चले गए, लेकिन थाना प्रभारी अपनी कुर्सी पर 4 साल से जमे बैठे हुए हैं। जबकि धर्मेंद्र गौर उप निरीक्षक हैं। उनको पहाड़गढ़ थाने का प्रभार दिया गया है। सूत्रों की माने तो इनकी एक खासियत यह भी है कि ये नेताओं की बुराई अधिकारियों से और अधिकारियों की बुराई नेताओं से करते हैं।

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कई संगीन आरोप.. पर कार्रवाई नहीं

कई बार संगीन मामलों में थाना प्रभारी की शिकायत पुलिस अधीक्षक कार्यालय में हुई, लेकिन किसी भी शिकायत पर संज्ञान नहीं लिया गया। इससे तो साफ प्रतीत होता है कि थाना प्रभारी को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। इन पर कोई भी अधिकारी एक्शन लेने में भी नहीं सोचता।

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इनके कार्यकाल में इनामी डकैत गुड्डा गुर्जर का भी आतंक रहा है। गुड्डा गुर्जर के कारण लोगों का घरों से भी निकलना बंद हो गया था। मरा गांव में आदिवासियों की बहू-बेटियों को भी उठाने की कई शिकायतें ग्रामीणों ने एसपी और कलेक्टर से की थी।
ग्रामीणों के साथ लूट की भी कई बार हुई, लेकिन अभी तक कोई भी लूट ट्रेस नहीं हुई। कवरेज करने गए पत्रकार पर भी दूसरी पार्टी से मिलकर केस दर्ज किया गया था, जो जांच के बाद मामला झूठा निकला था।

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