मनोज उपाध्याय,मुरैना: मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था की क्या स्थिति है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक मरीज इलाज के लिए सिविल अस्पताल के गेट के बाहर कई घंटो से तड़प रहा था। उसकी पत्नी डाक्टरों से उसके इलाज के लिए गुहार लगा रही थी। लेकिन अस्पताल में उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं था। मामला जिले के सबलगढ़ सिविल अस्पताल का है। 

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मिली जानकारी के अनुसार सबलगढ़ रामपुर रोड निवासी एक गरीब परिवार सबलगढ़ सिविल अस्पताल इलाज के लिए पहुंचा था। लेकिन 2 बजे से 5 बजे तक यह परिवार अस्पताल गेट के बाहर ही पड़ा रहा। दरअसल एक महिला अपने पति को इलाज के लिए यहां लेकर पहुंची थी। साथ में उसकी एक बेटी भी थी। महिला इलाज के लिए डॉक्टरों से गुहार लगाती रही। लेकिन किसी ने उसकी सुध तक नहीं ली। 

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वहीं जब घटना की वीडियो वायरल हुआ तब डॉक्टर ने मरीज को इलाज के लिए भर्ती किया। एक ओर प्रदेश के मुखिया स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर बड़ी बड़ी बाते करते है। लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।

 सबलगढ़ अस्पताल में शासकीय योजनाओं को किस तरीके से पलीता लगाया जा रहा है, इस घटना से खुलकर सामने आया है। जहां  मरीजों की सुध लेने वाला भी अस्पताल में कोई नहीं दिखाई दे रहा। गंभीर अवस्था में अगर मरीज आता है तो उसके प्राण ही निकल जाए। लेकिन सबलगढ़ सिविल अस्पताल में फरियाद सुनने वाला कोई नहीं होगा। 

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