मनोज उपाधाय, मुरैना। Boycott voting: मध्य प्रदेश में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां अभी भी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। मुरैना जिले के एक गांव में आजादी के बाद भी न बिजली, न स्कूल और न पानी की सुविधा है। ऐसे में अब ग्रमीणों वाेटिंग के एक दिन पहले मतदात का बहिष्कार किया है। ग्रमीणों की मानें तो अधिकारियों को समस्या के संबंध में कई बार आवेदन देकर शिकायत की गई है, लेकिन तब तक उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई है।

दरअसल, यह मामला सुमावली विधानसभा क्षेत्र के नूरपुर गांव की है। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 8 साल से गांव का स्कूल बंद है। जिसके चलते गांव के बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। गांव में बिजली और पानी की गंभीर समस्या है। जिसे लेकर कई बार ग्रामीणों ने अधिकारियों, नेताओं को आवेदन और शिकायतें की, लेकिन आश्वासन के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ।

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कलेक्टर अंकित अस्थाना कहना है कि रपुर गांव की मतदान बहिष्कार की जानकारी मिलते ही मौके पर अधिकारियों को भेजा गया। उनकी समस्या को जल्द से जल्द सुलझाने के आश्वासन के साथ मतदान करने के लिए ग्रामीणों को मना लिया गया है।

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गौरतलब है कि गांव शिक्षा, बिजली और पानी की सुविधाओं नहीं होने से ग्रामीण बेहद परेशान हैं। ऐसे में अब उन्होंने वोटिंग के ठीक एक दिन पहले मतदान बहिष्कार का ऐलान किया है। इन ग्रामीणों की समस्या दूर हो पाएगी या नहीं, यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन लोकतंत्र के इस पर्व में सभी सहभागिता जरूरी है।

बता दें कि लोकसभा के तीसरे चरण के लिए 9 सीटों पर मतदान होगा। जिनमें भोपाल, विदिशा, राजगढ़, ग्वालियर, गुना, मुरैना, सागर, भिंड और बैतूल लोकसभा सीट शामिल है। इन सीटों पर 7 मई को वोटिंग होगी। वहीं 4 जून को रिजल्ट जारी किया जाएगा।

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