इंद्रपाल सिंह, नर्मदापुरम। मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में रतनजोत की बीजे खाने से एक ही परिवार के पांच बच्चे बीमार हो गए. जिन्हें इलाज के लिए असपताल में भर्ती कराया गया है. जहां बच्चों की स्थिति ठीक बताई जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, घटना केसला ब्लाॅक के आबादीपुरा गांव की है. जहां सोमवार दोपहर को पांच बच्चों ने रतनजोत के बीज खा ली. उल्टी दस्त की शिकातय होने पर परिजनों ने बच्चों को खतवा अस्पताल में ले गए, जहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें इटारसी के डॉ. श्याम प्रसाद मुखर्जी शासकीय अस्पताल रेफर किया गया. डॉक्टरों के अनुसार, समीर कमरे (5), सारंग कुमरे (3), साहिल (6) विहान कुमरे (4) और रिहान (2) खतरे से बाहर है.
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रतनजोत से प्राप्त लेटेक्स व बीजों का उपयोग अनेक रोगों, जैसे घावों को भरने में, रक्त स्राव को रोकने, चर्म रोगों, जोड़ों का दर्द, गठिया रोग, लकवा आदि के उपचार में किया जाता है. रतनजोत के तेल का प्राचीन काल से ही मोमबत्ती, घरेलू उपयोग के लिए साबुन, रंग और सौन्दर्य प्रसाधन बनाने में उपयोग होता है.
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