इंद्रपाल सिंह, नर्मदापुरम। मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम (Narmadapuram) जिले के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (Satpura Tiger Reserve) में पिछले दिनों बाघ का शिकार किया गया था। बाघ का सिर शिकारी काट कर अपने साथ ले गए थे। इस घटना के बाद हड़कंप मच गया था। अब इस गुत्थी को एसटीआर की टीम ने सुलझा लिया है। एसटीआर की टीम ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी ने गिरफ्तार होने के डर से जान दे दी। आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर पूछताछ की जा रही है।

25 जून को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चूरना रेंज के डबरादेव बीट में बाघ का शव क्षत-विक्षत अवस्था में गश्ती टीम को मिला था। शिकार की आंशका को लेकर एसटीएफ और एसटीआर की टीम संदिग्धों से पूछताछ कर रही थी। 6 जुलाई को बाघ का सिर धांसई-भीमकुंड मार्ग पर मिला था। बाघ के सिर के सैंपल लिए गए और जांच के लिए वाइल्ड लाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ सेंटर जबलपुर भेजा गया था और आसपास के इलाकों के लोगों से लगातार पूछताछ की जा रही थी। जांच रिपोर्ट से पता कि यह सिर वहीं बाघ का है, जिसका शिकार किया गया है।

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बाघ के शिकार का मामला: सिर मिलने से सामने आई नई थ्योरी, सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया

शिकारियों की पहचान होने के बाद टीम ने दो लोगों को धर दबोचा। जिसमें से धांसई निवासी कमल और सुबन हैं। जब कि एक अन्य आरोपी अनीश ने गिरफ्तार होने डर से सुसाइट कर लिया। दोनों आरोपियों के खिलाफ के मामला दर्ज कर लिया गया है। अब इन आरोपियों को न्यायालय में पेश करने की कार्रवाई की जा रही है।

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बाघ का शिकार! क्षत-विक्षत अवस्था में मिला शव, STR की टीम संदिग्धों से कर रही पूछताछ   

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