इंद्रपाल सिंह, नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश के नर्मदपुराम जिले में बीती रात अचानक हुई बारिश ने एक बार फिर गेहूं खरीदी केंद्रों में व्यवस्था की पोल खोल दी। समिति प्रबंधन की लापरवाही के चलते समय पर गेहूं का परिवहन नहीं होने के कारण खुले में रखे हजारों क्विंटल गेहूं बारिश में भीग गया। जिससे सरकार को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।

‘तीसरी आंख’ से नहीं बच सका आरोपी: डॉक्टर के घर चोरी करने वाला चोर गिरफ्तार, CCTV फुटेज के आधार पर पुलिस ने दबोचा

दरअसल, जिले में 2 दिनों से बारिश का दौर जारी है। रुक-रुक कर हो रही बारिश से नर्मदापुरम की नीमसाडिया सोसायटी में पहले से कोई इंतजाम नहीं होने से बारिश का पानी भर गया है। अब तिरपाल पन्नी रखकर गेहूं को बचाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन तेज बारिश से पानी बहते हुए गेहूं के ढेर और बोरियों के नीचे पहुंच गया है, जिससे गेहूं की बोरियां गीली हो गईं हैं। वहीं गेहूं में नमी आ गई है।

सड़क हादसे में मां-बेटे की मौत: ट्रैक्टर में सवार होकर जा रही थी मायके, ड्राइवर पति को खरोंच तक नहीं आई

सोसाइटी प्रबंधक का कहना है कि बारिश से गेहूं को बचाने के लिए बोरियों के ऊपर पन्नी त्रिपाल ढाक रहे हैं, इसके अलावा कोई इंतजाम नहीं है। अगर दोबारा बारिश होती है तो व्यवस्था के अभाव में बाकि का गेहूं भी बारिश में भीग जाएगा। वेयरहाउस या अन्य कोई व्यवस्था होती तो गेहूं को समय पर तुलवाकर उसका परिवहन किया जा सकता है। खेत में खरीदी होने के कारण हर साल यह समस्या बनी रहती है। पानी गिरता है। गेहूं भीग जाता और उसमें नमी आ जाती है। वहीं मौसम विभाग अनुसार, आने वाले 7 दिनों तक बारिश का दौर जारी रहेगा। यदि समय रहते गेहूं का परिवहन तेज नहीं किया तो बाकी खुले में रखा गेहूं भी भीग सकता है।

MP में 95 लोग ईसाई धर्म छोड़कर फिर बने हिंदू: बागेश्वर सरकार ने कराई घर वापसी, बोले- जब तक जिंदा हूं ये अभियान जारी रहेगा

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus