आकाश श्रीवास्तव, नीमच। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सरकारी कर्मचारी-अधिकारी तो रिश्वत ले ही रहे हैं, यहां ‘नेताजी’ भी बिना रिश्वत के काम नहीं करते हैं। जनता ने इन्हें ईमानदार समझकर कुर्सी में बैठाई थी, लेकिन कुर्सी मिलते ही ‘नेताजी’ ने भ्रष्टाचार से रिश्ता जोड़ लिया। दरअसल, नीचम के जावद जनपद अध्यक्ष को लोकायुक्त (Lokayukta) ने रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। वो भी छोटी-मोटी रकम के साथ नहीं, पूरे 50 हजार रुपए लेते हुए जनपद अध्यक्ष को लोकायुक्त ने ट्रैप किया है।
नीमच के जावद जनपद अध्यक्ष गोपाल चारण रिश्वत को उज्जैन लोकायुक्त टीम ने 50,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दरअसल, खोर पंचायत क्षेत्र के गांव खेड़ा राठौर में सामुदायिक भवन सह ई-कक्ष का निर्माण 5 लाख रुपये की राशि से होना था। 10 परसेंट के हिसाब से अध्यक्ष ने 50,000 की रिश्वत की मांग की थी। लेकिन सरपंच बलराम जाट ने मामले की शिकायत लोकायुक्त में कर दी।
शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने शिकायत का सत्यापन कराया और सही पाए जाने पर आज प्लानिंग के तहत लोकायुक्त पुलिस की टीम ने जावद जनपद कार्यालय में दबिश देकर रिश्वत लेते रंगे हाथ जनपद अध्यक्ष गोपाल चारण को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल आरोपी जनपद अध्यक्ष के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
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