आकाश श्रीवास्तव, नीमच। मध्य प्रदेश के नीमच जिले के मनासा विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री नरेंद्र नाहटा को आज शुक्रवार को विरोध का सामना करना पड़ा। जनसंपर्क के दौरान वे ग्राम सांडिया पहुंचे। जहां ग्रामीणों ने उनका जमकर विरोध किया और खरी खोटी सुनाई।

दरअसल, ग्रामीणों का कहना था कि साल 2000 में मनासा में हुए सांप्रदायिक विवाद के मामले में गांव के करीब डेढ़ दर्जन लोगों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए गए थे। आरोप है कि सभी मुकदमे तत्कालीन कैबिनेट मंत्री नाहटा के इशारे पर किए गए थे। ऐसे में वह एक बार फिर प्रत्याशी बनकर आए हैं जिसका वे विरोध कर रहे हैं।

UP के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस को बताया भ्रष्टाचार का अम्मा, बोले- राहुल और प्रियंका को ABCD नहीं मालूम

उस समय ग्रामीणों को झूठे मुकदमों की वजह से काफी प्रताड़ना झेलनी पड़ी थी। वहीं ग्रामीणों के विरोध के चलते नाहटा को अपना जनसंपर्क बीच में ही छोड़कर अगले गांव की ओर रुख करना पड़ा। इस दौरान मौजूद ग्रामीणों ने उन्हें काफी खरी खोटी भी सुनाई।

Madhya Pradesh Election 2023: सपा सांसद डिम्पल यादव ने बीजेपी पर बोला हमला, कहा- भाजपा सरकार में महिला अपराध चरम पर है

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus