आगर मालवा। मध्य प्रदेश के आगर मालवा से बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शख्स अपने बेटे का अपहरण करने के बाद अर्धनारीश्वर रूप में उसे लेकर कोर्ट पहुंच गया। पिता के आधे शरीर पर पैंट और आधे पर साड़ी, माथे पर बिंदी और हाथ में चूड़ी देख वहां मौजूद हर एक शख्स हैरान हो गया। 

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16 मार्च को हुआ था ढाई साल के भव्यांश का किडनैप

अपने अनोखे अवतार से हर किसी को हैरान करने वाले शख्स का नाम है मनोज बामनिया। उस पर अपने ही ढाई साल के बेटे भव्यांश का अपहरण करने का आरोप लगा है। दरअसल, 16 मार्च, 2025 को भव्यांश की मौसी रौशनी उसे लेकर मंदिर जा रही थी। तभी बोलेरो से कुछ बदमाश आए और मासूम का किडनैप कर ले गए। 

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बच्चे की मां ने पति पर जताया था शक

जिसके बाद मां रीना ने फौरन कोतवाली थाने में बेटे के किडनैप की शिकायत दर्ज कराई। उसने अपने पति मनोज पर ही शक जताया था। जिसके बाद पुलिस ने उस पर 10 हजार रुपए का इनाम रखा था। घटना के लगभग तीन महीने बाद मनोज अपने बच्चे को लेकर इस तरह कोर्ट रूम पहुंचा कि मामला सुर्ख़ियों में आ गया।

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कोर्ट ने बच्चे को मां के पास रखने का सुनाया था फैसला

मनोज और उसकी पत्नी रीना पिछले दो सालों से अलग रह रहे हैं। महिला थाने में मनोज के खिलाफ रीना ने दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा का मामला भी दर्ज कराया था। कोर्ट ने पहले ही भव्यांश को उसकी मां के पास रहने का फैसला सुनाया था।

मनोज ने जज से कहा- पिता में भी ममता की कमी नहीं होती

कोर्ट में पेशी के दौरान, मनोज ने अपनी अजीब वेशभूषा का राज खोला। उसने कहा कि लोग मानते हैं कि बच्चों को सिर्फ मां ही पाल सकती है। लेकिन एक पिता में भी ममता की कोई कमी नहीं होती। उसने अपने बेटे की हर तरह से देखभाल की है। मनोज पेशे से फैशन डिज़ाइनर है और अपहरण के बाद वह बेटे को लेकर इंदौर में छिपा था। इस दौरान वह चोरी-छिपे सूरत और मुंबई भी आता-जाता रहा।

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मनोज का ये संदेश था कि एक पिता के अंदर भी मातृत्व और ममता है और वो भी अपने बच्चे को बेहद प्रेम और वात्सल्यपूर्ण रूप से लालन पालन कर सकता है इसलिए हर बार जरूरी नहीं है कि माता पिता के अलग होने पर बच्चों की कस्टडी केवल और केवल माता को ही दिया जाए।

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