अजयारविंद नामदेव, अनूपपुर। जनजातीय कार्य विभाग अनूपपुर द्वारा आयोजित जिला स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता में उस समय लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया, जब आदिवासी छात्र-छात्राओं को खेल मैदान तक पहुँचाने के लिए पिकअप वाहन में भूसे की तरह ठूंस-ठूंस कर भरा गया। अमलाई स्टेडियम में आयोजित इस प्रतियोगिता में अमरकंटक और पुष्पराजगढ़ जैसे दूरस्थ अंचलों से लगभग 10 से 15 स्कूलों के करीब 150 से अधिक विद्यार्थी पहुंचे थे। लेकिन बच्चों की सुरक्षा को ताक पर रखते हुए उन्हें जान जोखिम में डालकर ढोया गया। 

READ MORE: चप्पल ने खोला हत्या का राज: 700 से ज्यादा CCTV फुटेज खंगालने के बाद 3 आरोपी गिरफ्तार, मौज की खातिर ऐसे दिया था मर्डर की वारदात को अंजाम

जनजातीय कार्य विभाग ने किया था फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन

अनूपपुर जिले से 16 किलोमीटर दूर अमलाई स्टेडियम में जनजातीय कार्य विभाग ने फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया था। इस प्रतियोगिता में अमरकंटक और पुष्पराजगढ़ जैसे दूरस्थ इलाकों से लगभग 10 से 15 स्कूलों के 150 से ज्यादा छात्र-छात्राएं शामिल होने आए। लेकिन बच्चों को सुरक्षित वाहन की बजाय पिकअप में ठूंसकर लाना आयोजकों और शिक्षकों की गंभीर लापरवाही को उजागर करता है। गौरतलब है कि पिकअप वाहन का उपयोग सामान ढुलाई के लिए किया जाता है, लेकिन उसमें मासूम बच्चों को बैठाकर लाना गंभीर हादसे की संभावना को जन्म देता है।

READ MORE: हाईवे पर मौत का तांडव: भीषण सड़क हादसे में मां-बेटे की मौत, पिता गंभीर रूप से घायल, टक्कर के बाद कार के उड़े परखच्चे      

जिम्मेदारी लेने से आयोजक किनारा करते नजर आए

हैरत की बात यह रही कि इस कृत्य की जिम्मेदारी लेने से आयोजक किनारा करते नजर आए। कार्यक्रम के आयोजक शेख खलील कुरैशी ने साफ शब्दों में कहा हमें इस बात से कोई लेना-देना नहीं कि बच्चे कैसे आ रहे हैं, यह शिक्षकों की जिम्मेदारी है, हमें तो केवल खेल कराना है। वहीं शहडोल संभागीय जनजातीय एवं अनुसूचित जातीय विकास विभाग के  उपयुक्त (DC) जे.पी  यादव ने इस पूरे मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बच्चों को पिकअप वाहन में लाने की जानकारी उन्हें अभी मिली है और मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H