आशुतोष तिवारी, रीवा। जिले के मऊगंज सिविल अस्पताल से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. मरीज की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने शव वाहन देने से मना कर दिया. जिससे परिजनों को मोटरसाइकिल पर ही मजबूरी में शव गांव तक ले जाना पड़ा. इस घटना ने फिर एकबार स्वास्थ विभाग के सिस्टम की पोल खोल कर रख दी है.

जानकारी के अनुसार मऊगंज क्षेत्र के माच खोहर गांव में रहने वाली 60 वर्षीय श्यामवती जायसवाल को मंगलवार को सांप ने काट लिया था. जिसके बाद परिजन उफचार के लिए उसे लेकर मऊगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद डॉक्टरों ने शव का पोस्टमार्टम कराने कहा. पीएम के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से शव वाहन की मांग की गई तो वाहन देने से इनकार कर दिया. मजबूरी में परिजन मोटरसाइकिल पर ही शव लेकर अपने गांव पहुंचे.

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बता दें कि ऐसा ही एक मामला तीन दिन पहले भी सामने आया था. जहां एक पिता अपनी घायल पुत्री को हाथ ठेले पर लेकर अस्पताल पहुंचे थे. जिसकी जांच कलेक्टर द्वारा कराई जा रही है. इस घटना के बाद भी जिम्मेदारों ने कोई सबक नहीं लिया. इस तरह की लापरवाही प्रदेश के कई जिलों में सामने आती रही है.

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