समीर शेख, बड़वानी. उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के प्रभार वाले जिले में स्टूडेंट्स का हाल बदहाल है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप और आवास की राशि नहीं मिली है. उन्होंने कलेक्टर से मुलाकात कर अपनी समस्या रखी. सवाल खड़ा होता है कि आखिर क्यों स्टूडेंट्स के खाते में पैसे नहीं डाले गए हैं? उच्च शिक्षा मंत्री के प्रभार वाले जिले में ये हालात हैं तो अन्य जिलों में क्या आलम होगा?

दरअसल, सोमवार को शासकीय कन्या महाविद्यालय और पीजी कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने कलेक्टर गुंचा सनोबर से मुलाकात की. उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को अभी तक छात्रवृत्ति और आवास की राशि नहीं मिली है. बीएससी और बीए चतुर्थ वर्ष के छात्रों का सत्र 2024-25 समाप्त होने वाला है. लेकिन अभी तक उनके बैंक खातों में यह राशि जमा नहीं की गई है.

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छात्रा संजना चौहान ने बताया कि किराए के मकानों में रहने वाले छात्रों को भुगतान में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कॉलेज प्रशासन से संपर्क करने पर छात्रों को हर बार पोर्टल का लिंक बंद होने की जानकारी दी जाती है. छात्रों को चिंता है कि अगर लिंक चालू नहीं हुआ तो वे सरकारी योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि से वंचित रह जाएंगे. कलेक्टर ने छात्रों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभाग से चर्चा कर समाधान का आश्वासन दिया है.

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