अमित कोड़ले, बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल में दिव्यांग बच्चों के लिए एक एनजीओ द्वारा संचालित पुनर्वास केंद्र में मानसिक दिव्यांग युवक को बांधकर बेल्ट से पीटा गया । बेरहमी से की गई पिटाई के निशान युवक के पूरे शरीर पर नज़र आ रहे है। रीढ़ पर चोट लगने से युवक को चलने फिरने में भी परेशानी हो रही है। बड़ी मुश्किल से वो खुद ओर हुई ज्यादती बता रहा है  बैतूल कलेक्टर ने इस मामले में मारपीट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं ।

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बैतूल कलेक्टर से अपनी पीड़ा बताने  मानसिक तौर पर दिव्यांग युवक शुभम मालवी को देखकर सभी की आंखें नम हो रही थीं । हाथ पैर शरीर के हर हिस्से में बेरहमी से पिटाई के निशान साफ नजर आ रहे हैं। असहनीय दर्द झेल रहा शुभम व्हील चेयर के सहारे कलेक्टर से मिलने पहुंचा । दरअसल शुभम मानसिक दिव्यांग है और पिछले 6 साल से बैतूल के सर्वोदय नारायण सेवा समिति द्वारा संचालित दिव्यांग पुनर्वास केंद्र में रह रहा है। शुभम ने दी दिन पहले घर जाने की ज़िद की तो पुनर्वास केंद्र संचालकों ने उसे बाथरूम में बन्द कर दिया था। यहां शुभम ने गुस्से में एक नल तोड़ दिया । बस इस बात पर संस्था के कर्मचारियों ने उसे बाथरूम से बाहर निकालकर बांधा और फिर बेल्ट से तब तक मारते रहे जब तक शुभम बेसुध नहीं हो गया । पिटाई के बाद कर्मचारियों ने शुभम के पिता को फोन किया और उसे ले जाने के लिए कहा। वहीं शुभम के पिता को धमकी भी दी कि कोई कार्रवाई करने पर शुभम को दोबारा संस्था में नहीं रखा जाएगा ।

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जब शुभम को घर लाया गया तब वो दर्द से तड़प रहा था। उसकी माँ ने उसे नहलाने के लिए जब उसके कपड़े निकाले तो पूरा परिवार दंग रह गया। शुभम के पूरे शरीर पर बेल्ट से पिटाई के गहरे निशान थे और उसकी रीढ़ पर एक गम्भीर चोट थी। जिस वजह से वो चल भी नहीं पा रहा था । शुभम की ऐसी हालत देखकर परिजन उसे लेकर बैतूल आए और कलेक्टर एसपी से मामले की शिकायत की । कलेक्टर के आदेश पर एसडीएम और एडिशनल कलेक्टर ने शुभम की हालत देखी और तत्काल ही कोतवाली पुलिस को एफआईआर के निर्देश दिए गए ।

करजगांव में संचालित नारायण सेवा समिति का पुनर्वास केंद्र को शासन से बड़ी फंडिंग होती है।  लेकिन फंडिंग दिव्यांगों की सेवा के लिए दी जाती है ना कि उन्हें इस तरह मारने पीटने के लिए । बहरहाल इस अमानवीय बर्ताव पर अब प्रशासन पुलिस क्या कार्रवाई करेंगे इस पर समाज की नज़र है ।

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