शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश समेत पूरे देश से लगातार साइबर क्राइम से जुड़े मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला राजधानी भोपाल से सामने आया है। यहां एक परिवार पिछले करीब 10 दिन से एक ऐसी मुसीबत में फंस गया है, जिससे वो निकलने की जगह रोज नई नई परेशान के जद में जा रहा है। राजधानी में मोबाइल हैकिंग का एक अनोखा मामला सामने आया है आपने कई तरह के साइबर क्राइम और मोबाइल हैकिंग देखी होगी, जिसके जरिए अकाउंट खाली कर दिया जाता है। लेकिन यह एक ऐसा मामला है, जिसे आपने न कभी सुना होगा ना कभी देखा होगा। 

अनोखे मामले में पीड़ित अनिल शिवहरे है

मोबाइल हैकिंग के इस अनोखे मामले में पीड़ित अनिल शिवहरे है, जो भोपाल में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव का काम करते हैं। अनिल शिवहरे के घर में तीन मोबाइल है।  एक उनका खुद एक पत्नी का और एक बेटे का। तीनों मोबाइल हैकर ने हैक कर लिया है। उनके सोशल मीडिया हैंडल पर परिवार की अलग-अलग आपत्तिजनक जानकारियां अपलोड की जा रही हैं। आलम यह है की स्कूल के ग्रुप से जुड़े लोगों के परिवार की जानकारियां भी मॉर्फिग करके स्कूल ग्रुप में भेज दी गई। लगातार हो रही घटनाओं से परेशान परिवार सफाई दे देकर थक चुका है,आलम यह है कि कॉलोनी का कोई व्यक्ति परिवार से मिलने पहुंचता है तो उस व्यक्ति की जानकारियां भी शिवहरे परिवार के सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी जाती हैं।

पेंट कंपनी की तरफ से आने लगे कॉल

 हैकर्स ने शिवहरे परिवार को पिछले महीने से परेशान करना शुरू किया था। नवंबर के महीने में उनके पास एक नामी गिरामी पेंट कंपनी की तरफ से कॉल आने लगे कि घर को पेंट कराने के लिए आपके मोबाइल से रोजाना 40-50 इनक्वायरी आ रही है। उन्होंने पेंट कंपनी को साफ मना कर दिया उनकी तरफ से कोई इंक्वायरी नहीं की जा रही है। इसके बावजूद भी कॉल आते रहे।  थककर परिवार ने नंबर ब्लॉक करना शुरू कर दिया। नंबर ब्लॉक करने के बाद हैकर्स ने मोबाइल पर मैसेज भेजना शुरू कर दिया। इसके बाद जब व्हाट्सएप पर नंबर ब्लैकलिस्ट में डाला तो हैकर्स अनिल शिवहरे के संपर्क में आने वाले लोगों के ही मोबाइल में सेव नंबर पर गंदे मैसेज भेजने लगा।   

हैकर्स ने न दूध वाले को छोड़ा और न ही सब्जी वाले को

हैकर्स पड़ोसी तक सीमित नहीं रहा, घर में आने वाले दूध वाले, सब्जी वाले के साथ यह वारदात हो चुकी है। अनिल शिवहरे जिस कंपनी में काम करते हैं वहां के कर्मचारियों को ये अशोभनीय लिखे मैसेज भेज चुका है। कॉलोनी के लोग भी इस तरह की घटनाओं के बाद दहशत में जी रहे हैं। कोई कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है। पूरी कॉलोनी खौफ जदा है। क्योंकि कॉलोनी के भी लोगों के फोटो मॉर्फिग कर शिवहरे परिवार के व्हाट्सएप स्टेट्स पर हैकर्स लगा चुका है। यह एक ऐसा अनोखा मामला है जिसमें मोबाइल हैकर ने न केवल अनिल शिवहरे के परिवार को बल्कि कॉलोनी को भी ट्रैप कर रखा है। 

पीड़ित परिवार ने जब इस पूरे मामले की शिकायत सायबर पुलिस में की तो हैकर्स ने पुलिस अफसर को गाली देते हुए स्टेटस लगा दिया। जब अनिल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी से मिले, तो सोशल मीडिया पर पुलिस कमिश्नर से मुलाकात का जिक्र करके भद्दी गलियां अपलोड कर दी गई। पीड़ित अनिल को तुरंत साइबर शाखा में भेजा गया यहां भी पुलिस अधिकारी सुजीत तिवारी से मुलाकात का मोबाइल पर मैसेज आ गया। यहां पुलिस ने अनिल के मोबाइल से व्हाट्सएप और फेसबुक डिक्टिवेट कर दिया और पासवर्ड अनिल को नहीं दिया। लेकिन जब मोबाइल अनिल ऑन करता है तो फिर से व्हाट्सएप और फेसबुक एक्टिव हो जाता है और जो पुलिस ऑफिस अनिल की मदद करता है उसके मोबाइल पर गंदा मैसेज हैकर भेजता है। 

भोपाल पुलिस इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है, इस अनोखे मामले में जांच का स्तर बढ़ा दिया गया है। पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी स्वीकार करते हैं की मोबाइल को हैक करके रिमोट एरिया से कंट्रोल करने और मुमकिन हो गया है। पुलिस इस मामले का जल्द ही पर्दाफाश करेगी….

साइबर एक्सपर्ट ने कही ये बात

साइबर एक्सपर्ट कहते हैं कि यह मामला पेचीदा है। इस मामले में न केवल मोबाइल धारक बल्कि मोबाइल धारक की कॉलोनी के भी लोगों को ट्रैप किया जा रहा है। एक मोबाइल के जरिए पूरी कॉलोनी के लोगों की निगरानी मोबाइल हैकर के कंट्रोल में पहुंच गई है। लेकिन इस मामले को सुलझाया जा सकता है। 

फिलहाल तीनों मोबाइल को पुलिस ने जब्त कर लिया है, अब जांच की जा रही है आखिर कौन व्यक्ति इस साजिश के पीछे है। लेकिन 3 दिन बीत जाने के बावजूद भी पुलिस के हाथ इस पूरे मामले कुछ भी नहीं लग है। पुलिस ने मोबाइल बंद कर रखा है।  बीच-बीच में ऑन करती है, दूसरी तरफ परिवार खौफ में है, आखिर उनके साथ ये क्यों हो रहा है ये सब कब खत्म होगा। 

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