सुशील खरे, रतलाम। मध्य प्रदेश में कोरोना महामारी के इस दौरान में कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है. प्रदेश में इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडर के कालाबाजारी के मामले के बाद अब कोरोना संक्रमित मरीजों के उपयोग में आने वाले चिकित्सीय उपकरणों की भी जमकर कालाबाजारी हो रही है. नया मामला रतलाम में देखने को मिला. यहां एक दवा व्यापारी एवं बीजेपी कार्यकर्ता को ऑक्सीफ्लो मीटर को मूल्य से अधिक मंहगें दामों में बेचते हुए पुलिस ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया है.
पूरा मामला रतलाम जिले के माणक चौक थाना पुलिस क्षेत्र के नाहरपुरा का है. यहां बीजेपी नेता राजेश माहेश्वरी 2250 रूपए के ऑक्सीफ्लो मीटर को 4000 हजार रूपए में बेच रहे थे. बीजेपी नेता एक दवा व्यापारी भी हैं. इस दौरान पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. मामले में धोखाधड़ी सहित आपदा प्रबंधन एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया है.
इस मामले पर माणक चौक थाना प्रभारी अय्यूब खान ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि नाहरपुरा स्थित एक मेडिकल शॉप पर ऑक्सीफ्लो मीटर की कालाबाजारी हो रही है. इस पर सोमवार की रात 9 बजे टीम के साथ मौके पर पहुंचने पर दवा व्यवसायी राजेश माहेश्वरी को मेडिकल शॉप पर निर्धारित मूल्य से ज्यादा कीमत पर ऑक्सीफ्लो मीटर बेचते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया. फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक कोरोना काल में 7 साल से कम सजा वालों मामले में थाने से ही जमानत दे दी जाए. जिसके चलते आरोपी थाने से ही जमानत पर रिहा हो गया.
प्रिंट रेट को मिटा कर मंहगे दामों में बिकता था
थाना प्रभारी खान ने बताया ऑक्सीफ्लो मीटर का अधिकतम बाजार मूल्य 2250 रुपए है, जबकि आरोपी द्वारा उसे 4000 रुपए में बेचा जा रहा था आरोपी द्वारा ग्राहक को ज्यादा दाम में बेचे गए ऑक्सीफ्लो मीटर पर अंकित रेट को भी मिटा दिया गया था. उन्होंने बताया कि मौके पर तलाशी लेने पर दुकान से 7 ऑक्सीफ्लो मीटर जब्त किए गए. मेडिकल शॉप को सील कर दिया गया है.