कुमार इंदर,जबलपुर. नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में पुलिस का शिकंजा अब कसता जा रहा है. मामले में ओमती थाना पुलिस ने देर रात सिटी अस्पताल के संचालक और मामले के मुख्य आरोपी सरबजीत सिंह मोखा की पत्नी जसमीत मोखा और सिटी अस्पताल की मैनेजर सोनिया खत्री शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों पर मामले की जांच में सहयोग नहीं करने और साक्ष्य छुपाने के आरोप है.
पुलिस लगातार कई दिनों से मोखा परिवार से पूछताछ कर रही थी, लेकिन इतने गंभीर मामले की जांच में सहयोग न करने और कई अहम साक्ष्यों को छुपाने के मामले में पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया. इधर मोखा के बड़े बेटे हरकरण मोखा की तालाश में पुलिस कई स्थानों पर दबिश दे रही है.

बता दें कि हरकरण मोखा पर इस काले खेल में नकली आईडी का उपयोग करने का आरोप है. पुलिस ने अस्पताल से एक सूची प्राप्त की है जिसमें 460 मरीजों के नाम सामने आए. जो मोखा के सिटी अस्पताल में भर्ती थे. पुलिस इन मरीजों के परिजनों से भी पूछताछ करने उनके घर पहुंच रही है. अभी तक जबलपुर पुलिस मामले में जहां सरबजीत सिंह मोखा और अस्पताल के मेडिसिन इंचार्ज देवेश चौरसिया को गिरफ्तार कर एनएसए की कार्रवाई की है. वहीं अब मोखा की पत्नी और हॉस्पिटल मैनेजर को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उम्मीद जताई है कि मामले में जल्द और भी गिरफ्तारी हो सकती है. मामले में जबलपुर पुलिस अब तक 8 लोगों को आरोपी बना चुकी है.

मैनेजर सोनिया

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सरबजीत सिंह मोखा के बड़े बेटे हरकरण मोखा पर फर्जी आईडी से नक्ली इंजेक्शन की बड़ी खेप मंगाने का खुलासा हुआ था. हरकरण सिंह अब-तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. उसकी तलाश के लिए पुलिस कई जगहों पर दबिश दे चुकी है.

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