दीपक सोहले, बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में रोजगार मेले का आयोजन किया गया। सरकार यहां पर जॉब देने में असफल है। प्राइवेट कंपनियों की बात करें तो सिर्फ 2 प्रतिशत हितग्राहियों को ही नौकरी मिल पाती है। ऐसे युवा जिन्होंने पिछले सालों में भी अपना भाग्य आजमाया, लेकिन उन्हें रोजगार नहीं मिला। फिर भी आशा की किरण लिए इस बार क्षेत्र के बेरोजगार युवा रोजगार मेले में पहुंचे।
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जिला पंचायत कक्ष में लगे रोजगार मेला में बेरोजगार युवकों ने अपना परिचय दिया और रोजगार के लिए अपना भाग्य भी आजमाया। 10 बाहरी कंपनियों ने अपना-अपना प्लान हितग्राहियों को दिखाकर उनसे आवेदन लिए। लेकिन उनका मानना है कि बेरोजगारी इतनी ज्यादा है कि युवा कुछ भी काम करने के लिए मजबूर हैं। जिस पद पर भी काम मिले, वह करने के लिए तैयार हैं।
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रोजगार अधिकारी निक्की कोरी का कहना है कि बेरोजगारी दूर करने के लिए ही इस प्रकार की प्राइवेट कंपनियों के लिए रोजगार मेले का आयोजन किया जाता है। वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष गंगाराम मार्को का भी कहना है कि सभी युवा बेरोजगारों को सरकारी रोजगार तो मुहैया नहीं कराया जा सकता, जिसके लिए प्राइवेट कंपनियों को बुलाया जाता है। उन्होंने यह भी माना कि देश में बढ़ती जनसंख्या के चलते अधिक बेरोजगारी है, जिसे दूर करने के लिए हमारे सरकार अथक प्रयास कर रही है।
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