बड़वानी। शिवराज सरकार ने बढ़ते कोरोना के मामले के चलते महाराष्ट्र से आने- जाने वाली बसों पर रोक लगा दी है. लेकिन यहां खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ रही है. दरअसल सुबह के समय बसें रूट बदलकर पलसूद, राजपुर होकर जुलवानी से लगातार इंदौर जा रही हैं. जिस पर शासन-प्रशासन मौन नजर आ रही है.

वहीं मध्यप्रदेश- महाराष्ट्र के बॉर्डर पर स्थित बिजासन चौकी पर पुलिस दिन में आने-जाने वाली बसों को रोक कर कार्रवाई की खानापूर्ति कर रही है. हालांकि इस मामले में जिले के दौरे पर आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह मीडिया के सवाल पूछने पर जवाब देने से बचते नजर आए.

इस मामले पर कांग्रेस नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री बाला बच्चन कोरोना संक्रमण की वृद्धि पर सरकार पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में महाराष्ट्र से आने वाली बसों के माध्यम से संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा है, जो शिवराज सरकार की विफलता है. प्रदेश में बसों के प्रतिबंध पर प्रशासनिक अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.

सीएम के निर्देश की उड़ रही धज्जियां
दरअसल महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर राज्य सरकार ने महाराष्ट्र से आने- जाने वाली बसों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया था. लेकिन इस निर्देश को जमीनी स्तर प्रशासन लागू करा पाने में असमर्थ नजर आ रही है. जिसके चलते चोरी- चुपके बस ड्राइवर रूट बदल कर बसों ले आ- जा रहे हैं.

बढ़ते संक्रमण के चलते सरकार ने लगाया था प्रतिबंध
राज्य सरकार ने महाराष्ट्र में कोरोना के प्रकोप को देखते हुए फैसला किया था कि 20 मार्च से महाराष्ट्र से आने वाली बसों को प्रदेश में आने नहीं दिया जाएगा. पहले ये रोक 31 मार्च तक थी लेकिन बढ़ते संक्रमण को देखते हुए परिवहन विभाग ने आदेश जारी कर इस प्रतिबंध को 15 अप्रैल तक बढ़ा दिया है. परिवहन विभाग के आदेश के अनुसार अब महाराष्ट्र से बसों के आने जाने पर पूरी तरीके से प्रतिबंध रहेगा.

महाराष्ट्र के बाद छत्तीसगढ़ से आने-जाने वाली बसों पर रोक
शिवराज सरकार ने महाराष्ट्र के बाद छत्तीसगढ़ से आने- जाने वाली बसों पर भी रोक लगा दिया है, जो 15 अप्रैल तक लागू रहेगी. दरअसल मध्य प्रदेश के ये दो ऐसे पड़ोसी राज्य हैं जहां कोरोना के हालात बेकाबू हो गई है. जिसके चलते शिवराज सरकार ने दोनों राज्यों से आने-जाने वाली बसों पर रोक लगा दी है.