कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में सेंट्रल जीएसटी विभाग ने छापेमारी कर फर्जीवाड़े के बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। खुफिया जानकारी और डेटा विश्लेषण के आधार पर जीएसटी विभाग ने 12 फर्जी फर्मों पर एक साथ छापेमार कार्रवाई की, जिसमें करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है। इस कार्रवाई का नेतृत्व जीएसटी संभागीय कमिश्नर लोकेश कुमार लिल्हारे ने किया।
READ MORE: ‘एक तो चोरी ऊपर से सीनाजोरी…’, बिजली चोरी पकड़ने गए अधिकारी के साथ मारपीट, रिपोर्ट बनाने पर फाड़े कपड़े
जांच में सामने आया कि कन्हैयालाल अग्रवाल, जे इंफ्राटेक, और यंस कंस्ट्रक्शन सहित कई फर्जी फर्मों ने बोगस बिलों और जाली दस्तावेजों के जरिए बिना माल के आवागमन के फर्जी ट्रांसपोर्टेशन दिखाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का लाभ उठाया। इन फर्मों ने फर्जी चालान बनाकर और संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के माध्यम से सरकार को करोड़ों का चूना लगाया। जीएसटी भरने के बदले सरकार से मिलने वाले इनपुट टैक्स क्रेडिट का दुरुपयोग कर इन फर्मों ने बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी की। छापेमारी के दौरान फर्जी चालान, डिजिटल रिकॉर्ड्स, और संदिग्ध लेन-देन से जुड़े महत्वपूर्ण साक्ष्य बरामद किए गए। इस रैकेट के मुख्य सरगना को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है।
READ MORE: बड़ा फर्जीवाड़ाः बिल्डर एंड प्रमोटर्स कंपनी के पार्टनरों को लगाई साढ़े 7 करोड़ की चपत, EOW ने किया मामला दर्ज
घोटाले में शामिल फर्मों में दिव्यांश सेल्स, एमए ट्रेडर्स, श्री राम इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मोटर वाइंडिंग, मां शारदा इंजीनियरिंग, आयू ए ज इंडस्ट्रियल सॉल्यूशन, आनंद सेल्स, मारुति पावर टूल्स, और ट्राएंड इंडिया टेक्नो प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं। ये फर्में कागजों पर ही अस्तित्व में थीं और इनके जरिए बोगस बिलिंग कर सरकार को भारी नुकसान पहुंचाया गया। जीएसटी विभाग ने इस कार्रवाई को और विस्तार देने की बात कही है, ताकि इस तरह के फर्जीवाड़े को पूरी तरह खत्म किया जा सके।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें