बीडी शर्मा, दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह मिशन अस्पताल फर्जी डॉक्टर एन जॉन कैम तक पुलिस को पहुंचाने में चिकन का अहम रोल रहा है। फर्जी डॉक्टर ने चिकन का आर्डर दुकानदार को अपनी लाइव लोकेशन भेजी थी। यही गलती उसे भारी पड़ी और पुलिस ने दबोच लिया। सात लोगों को मौत के घाट उतारने वाला फर्जी डॉक्टर एन जॉन कैम चिकन खाने के चक्कर में पुलिस के हत्थे चढ़ गया। फरार डॉक्टर की लोकेशन पुलिस को मिली थी कि वे प्रयागराज में है। पुलिस ने उसके द्वारा किए गए कांटेक्ट से संपर्क किया जिसमें एक चिकन शॉप वाला भी था। जब दमोह पुलिस टीम वहां पर पहुंची तो डॉक्टर ने चिकन ऑर्डर किया था और अपनी लाइव लोकेशन चिकन शॉप वाले को भेजी थी,जिस लोकेशन को पुलिस ने ट्रैक किया और पुलिस फर्जी डॉक्टर तक पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया।

पूर्व उपराष्ट्रपति के फर्जी दस्तखत कर बनाई थी फर्जी डिग्री

दमोह फर्जी डॉक्टर मामले में रोज रोज नए खुलासे हो रहे हैं। डॉक्टर नरेंद्र जॉन कैम नाम से दमोह में प्रेक्टिस करने वाला डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य यादव के खिलाफ फर्जी डिग्री का मामला दर्ज किया है। दमोह एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने बताया कि 2013 में एक डिग्री जो उसने पांडिचेरी से ली थी जिस विश्वविद्यालय से ली थी वहां के कुलपति उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी थे। उनके फर्जी दस्तखत कर उसने एक डिग्री बनाई थी जो पूरी तरह से फर्जी समझ में आ रही है। इसके अलावा और भी फर्जी डिग्रियां उसके पास है हालांकि कुछ दिन उसने विदेश में जाकर पढ़ाई की है उसके दस्तावेज भी खंगाले जा रहे हैं।

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श्रुतकीर्ति सोमवंशी, एस पी दमोह

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