शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्य प्रदेश में स्वच्छता को लेकर इम्तिहान शुरू हो चुके हैं। स्वच्छ सर्वेक्षण-2025 के लिए सर्वेक्षण की टीम आज भोपाल पहुंच गई है। जो अब राजधानी में नगर निगम के दावों को अपनी कसौटी पर परखेगी। इस बार का मुकाबला थोड़ा ज्यादा सख्त होने वाला है। क्योंकि टीम को अगर सड़क पर एक पन्नी भी मिली, तो वो नंबर कटवा सकती है। उतना ही नहीं नेगेटिव मार्किंग ने भी निगम की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

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भोपाल आई टीम ऑनलाइन लॉगइन करने के बाद सर्वे शुरू करेगी। जिसमें इलाकों में घूमकर पैरामीटर के अनुसार सर्वे किया जाएगा। वहीं भोपाल इस बार नंबर एक का दावा कर रहा है। GS की वजह से शहर में जमकर काम हुआ। जिससे निगम बेहतर रैंकिंग पाने की उम्मीद कर रहा है। लेकिन पतझड़ में गिरती पत्तियां और लोगों के उसमें आग लगाने के कारण निगम की चिंता बढ़ गई है। दरअसल इस बार माइनस मार्किंग भी होगी।

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बतादें कि, राजधानी भोपाल समेत प्रदेश की 112 नगरीय निकायों में स्वच्छता की सर्वेक्षण टीम ने अपनी शुरुआत कर दी है। स्वच्छता के इस इम्तिहान में इस बार बदलाव देखा जाएगा। पिछले साल के मुकाबले, इस बार परीक्षा में अंक 9500 से बढ़ाकर 12500 कर दिए गए हैं। यह बदलाव इस बात का संकेत है कि इस बार स्वच्छता की चुनौती और भी कठिन होगी। वहीं करीब 1 माह तक केंद्रीय टीम का सर्वे जारी रहेगा।

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