शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में गुना में खुले बोरवेल के गड्ढे में गिरने से एक 10 साल के बच्चे की जान चली गई। हालांकि यह इस तरह की पहली घटना नहीं है, कि जब बोरवेल में गिरने से किसी मासूम की मौत हुई हो। इससे पहले भी प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से ऐसी खबरें सामने आ चुकी है। इसके बाद भी लोग लापरवाही बरतते हुए खेत में या अन्य जगहों पर बोर को खुला छोड़ देते हैं। वहीं इस घटना के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने खुले बोरवेल को लेकर एक बार फिर सख्त निर्देश दिए हैं। 

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सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि ग्रामीण, शहरी क्षेत्र में ट्यूब वेल खुले नहीं रहना चाहिए, ट्यूब वेल खुले रखना प्रतिबंधित है। ऐसे मामलों में जानकारी मिलते ही क्षेत्र के थाने में जानकारी दी जाए। ऐसी लापरवाही पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुना जिले में ग्राम पीपल्या में निजी जमीन पर बोरवेल में गिरने से बालक की मृत्यु पर दु:ख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जिला प्रशासन सहित एसडीईआरएफ बचाव दल के लगातार और अथक प्रयासों के बावजूद बालक को सुरक्षित बाहर नहीं निकाला जा सका। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार इस कठिन घड़ी में शोकाकुल परिवार के साथ है।

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मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ईश्वर से दिवंगत बालक की आत्मा की शांति और परिजन को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए नागरिकों से अपनी निजी जमीन पर बोरवेल को उचित रूप से कवर करने की अपील की।

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