राकेश चुतर्वेदी, भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण काल में गरीब मजदूर वर्ग के लिए राहतभरी खबर आई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार की शाम संबल योजना के हितग्राहियों के खातों में सिंगल क्लिक के माध्यम से 379 करोड की राशि डाली है. यह राशि हितग्राहियों के खातों में पहुंच गई है. इस राशि का लाभ योजना के 16,844 हितग्राहियों को मिलेगा.

कई बार लगता है कि ऐसी सहायता की जरूरत न पड़े. पर संसार में जरूरत पड़ती है
इस अवसर पर सीएम शिवराज ने कहा कि संबल योजना के लगभग 17 हजार हितग्राहियों के खाते में सिंगल क्लिक के माध्मय से राशि डाली गई है. यह राशि आपके खाते में चली गई. यह वक्त की जरूरत है. कई बार लगता है कि ऐसी सहायता की जरूरत न पड़े. पर संसार में जरूरत पड़ती है. परिवार को सहारा मिल जाता है. संबल योजना के और भी अंग है. जिसमें बच्चों को नि: शुल्क शिक्षा. उच्च शिक्षा संस्थानों में उनकी फीस की व्यवस्था की जाएगी. बेटा-बेटी के जन्म देने पर भी राशि की व्यवस्था सरकार ने कर रखी है.उन्होंने बताया कि संबल योजना के तहत श्रमिकों की दुघर्टना मृत्यु पर 4 लाख, सामान्य मृत्यु अथवा स्थायी अपंगता पर 2 लाख रुपए दी जाती है. श्रमिक के आंशिक स्थायी अपंगता की स्थिति में एक लाख एवं अंत्येष्ठि सहायता के रूप में 5 हजार रुपए दिये जाते हैं.

यह कर्फ्यू जनता का, जनता के लिए और जनता द्वारा है
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने त्राहि मचा दी है. इसकी कल्पना किसी को नहीं थी. इतनी बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हुए कि इलाज छोटी पडऩे लगी. इस महामारी से सरकार अकेले लड़ ले यह संभव नहीं है. सरकार और जनता के सहयोग से इस महामारी से लड़ा जाएगा. इस लड़ाई को घर के बाहर निकल नहीं जीता जा सकता. इसके बचने का एकमात्र उपाय संक्रमण की चेन को तोडऩा है. किसी से अनावश्यक मिले जुले न. इसके लिए जनता ही कोरोना कर्फ्यू लगाएगी है. यह कर्फ्यू जनता का, जनता के लिए और जनता द्वारा है. अपनों को बचाने के लिए हैं. बीमारी को रोकना है तो कोरोना कर्फ्यू का अक्षरश: पालन करे. घरों से ना निकले, कई गांव में कर्फ्यू लगाया गया है. शहरों में अनके मोहल्लों व कालोनी के लोगों ने तय किया घरों में रहेंगे. इतनी बड़ी संख्या में संक्रमित है. अस्पताल में बिस्तर बढ़ाना पड़ा. ऑक्सीजन की व्यवस्था हो इसके लिए दिनरात लड़े. उन्होंने कहा घर से निकलना नहीं है, बिना मास्क के नहीं रहना है और दूरी बनाकर रखना है.

कोरोना हारेगा इंसानियत जीतेगा
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकने गांव गांव में छोटी छोटी समितियां बना रहे हैं, जो खुद तय करेगी कोरोना कर्फ्यू के लिए. उन्होंने कहा कि कोरोना हारेगा इंसानियत जीतेगा. कोरोना बेईमान वायरस है. कोरोना को पूरी तरह समाप्त करेंगे. शहरों में भी कोरोना सहायता केंद्र खोले जाएंगेे. वहां सर्दी जुकाम के मरीजों की जांचकर कोरोना का संक्रमण रोकने दवाइयां दी जाएगी