अजय नीमा, उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन (The City of Mahakaal Ujjain) में चैत्र मास के हर बुधवार को आयोजित होने वाली भगवान श्री चिंतामन गणेश की जत्रा का आज समापन हुआ। शाही जत्रा के दौरान भगवान श्री गणेश का पंचामृत अभिषेक पूजन कर श्रृंगार कर 56 भोग लगाया गया।

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बुधवार सुबह 4:00 बजे पट खुलते ही भगवान श्री गणेश का पंचामृत अभिषेक कर भव्य श्रृंगार किया गया। इसके बाद भगवान को 56 भोग अर्पित किया गया। इस दौरान मंदिर समिति द्वारा मंदिर में श्रद्धालुओं की सुगम दर्शन व्यवस्था के इंतजाम किए गए थे। बड़ी संख्या में भक्त भगवान गणेश के दर्शन के लिए पहुंचे। मंदिर के प्रबंधक अभिषेक शर्मा ने बताया कि, शाही जत्रा में उम्मीद है कि मंदिर में शयन आरती होने तक हजारों भक्त दर्शन लाभ लेंगे।

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मंदिर के पुजारी जयंत शर्मा ने बताया कि, चैत्र मास की शाही जत्रा पर श्रद्धालु भगवान गणेश के समक्ष अपनी मनोकामना लेकर आते हैं। मान्यता है कि जत्रा के दौरान भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। भगवान श्री चिंतामन गणेश की जत्रा को लेकर एक मान्यता यह भी है कि क्षेत्र में गेहूं, चने की फसल पक जाती है। किसानों के यहां धान के भंडार भर जाते हैं। किसान नया धान बाजार में बेचने से पहले भगवान चिंतामन गणेश के दरबार में चढ़ाने आते हैं।

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