शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्य प्रदेश के रीवा में कॉलेज छात्रा से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। इस मामले में पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने सरकार को घेरते हुए सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। लेकिन इस बीच उन्होंने एक बड़ा बयान दे दिया जिसने राजनीतिक मुद्दे को हवा दे दी है। उन्होंने प्रदेश में तालिबानी शासन लागू करने की मांग की है।

यह भी पढ़ें: Ayushman Bharat Yojana: आयुष्मान योजना के 6 साल पूरे, CM डॉ. मोहन यादव ने बताया संजीवनी के समान

‘रेपिस्ट के हाथ पांव काटकर जनता के सामने फेंक देना चाहिए’

पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने रेपिस्टों को बड़ी से बड़ी सजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि रेपिस्ट के हाथ पांव काटकर जनता के सामने फेंक देना चाहिए। पीसी शर्मा ने कहा कि प्रदेश में लगातार दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे हैं। बच्चे-बच्चे भी सुरक्षित नहीं हैं। कानून व्यवस्था ठप हो चुकी है। इस दौरान विवादित बयान देते हुए प्रदेश में तालिबानी शासन लागू करने की मांग कर दी।

यह भी पढ़ें: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई जाएगी रीवा सोलर प्रोजेक्ट की कहानी, केस स्टडी के रूप में हुआ शामिल, दिलचस्प है सौर ऊर्जा संयंत्र की यात्रा

दुष्कर्म का हब बनता जा रहा मध्य प्रदेश: पीसी शर्मा

पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर में बड़ी घटनाएं सामने आई हैं। अब रीवा में भी सामूहिक दुष्कर्म का बड़ा मामला सामने आया है। अपराधियों में कानून का खौफ खत्म हो चुका है। मैं भी मांग करता हूं कि उनके हाथों काटकर जनता के सामने फेंक देना चाहिए। इनका एनकाउंटर कर देना चाहिए। तब उनमें दहशत होगी। ऐसे दरिंदों को सरेआम चौराहे पर फांसी दी जाए, तब कहीं जाकर घटनाएं कंट्रोल होगी।

यह भी पढ़ें: ‘सॉरी पापा मैं हार गई’, जांघ पर लिखी मौत की कहानी, फिर नई नवेली दुल्हन ने लगाया मौत को गले

क्या है मामला?

रीवा के अतरैला थाना क्षेत्र में मोबाइल रिपेयरिंग कराने जा रही कॉलेज की छात्रा के साथ दो आरोपियों ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। घटना की सूचना के बाद पुलिस तत्काल एक्शन में आई। जहां छात्रा को मेडिकल परीक्षण के लिए रीवा लाया गया। वहीं आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है। रविवार देर रात परिजन पीड़िता के साथ महिला थाने पहुंचे।

यह भी पढ़ें: नशे में धुत कार चालक ने मचाया उत्पात, कई गाड़ियों को मारी टक्कर, गाय की भी मौत

कमल पटेल नीति आयोग के अध्यक्ष बनने लायक

मंत्री रहे कमल पटेल को सांसद प्रतिनिधि बनाने के मामले पर भी पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने भाजपा पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि उनके नेताओं की हालत दयनीय हो गई। भारतीय जनता पार्टी में हो क्या रहा है? कमल पटेल जैसे सीनियर नेता नीति आयोग के अध्यक्ष बनने लायक हैं। किसी बड़े आयोग की जिम्मेदारी संभालने की क्षमता रखते हैं। बड़े नेताओं के साथ दुर्व्यवहार के चलते ऐसे कदम उठाने को मजबूर हैं। जब कमल पटेल जैसे सीनियर नेताओं की हालत ऐसी तो कांग्रेस से गए नेताओं की हालत आखिर क्या होगी? बीजेपी यूज एंड थ्रो की राजनीति करती है। जन प्रतिनिधियों को राजनीति समेत अपनी प्रतिष्ठा का भी चाहिए ख्याल रखना। यहां पढ़ें पूरी खबर

तालिबानी कानून कांग्रेसी नेताओं की पहली पसंद: बीजेपी

बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता मिलन भार्गव ने पीसी शर्मा के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि यह बयान कांग्रेस की मानसिकता का उदाहरण है। कांग्रेसी नेता ऐसी ही मानसिकता के होते हैं। वे तालिबानी शासन लागू करना चाहते हैं। तालिबानी कानून कांग्रेसी नेताओं की पहली पसंद है। देश में कानून का राज है और कानून अपने हिसाब से काम करता है। 

कमल पटेल के बयान पर बीजेपी ने किया हमला

वहीं कमल पटेल को लेकर दिए गए बयान पर प्रदेश प्रवक्ता शिवम शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस की मानसिकता ओछी है। बीजेपी में जनप्रतिनिधि सेवा के भाव से काम करते हैं। उन्होंने सेवा भाव का उत्कृष्ट उदाहरण दिया है। मंत्री रहने के बावजूद भी सांसद प्रतिनिधि रहकर जन सेवा करेंगे। बीजेपी और कांग्रेस की सोच में यही बड़ा अंतर है।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m