हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर की राजनीति में दशहरे पर ही सियासी घमासान तेज हो गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भाजपा के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें “राजनीति का रावण” बताया। उन्होंने मंत्री पर करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया। साथ ही बलात्कारी कहते हुए गलत होने पर मानहानि का दावा ठोकने की चेतावनी दे दी।

बूढ़ा कौन? जनता तय करे- वर्मा

सज्जन वर्मा ने कहा- ‘कैलाश बाबू, तुम और मैं जनता के सामने खड़े हो जाएं, तो जनता खुद बता देगी कौन बूढ़ा है। माल तो तुम और तुम्हारा बेटा दबाकर बैठे हो।’ वर्मा ने आरोप लगाया कि कैलाश विजयवर्गीय और उनका परिवार लगातार भ्रष्टाचार से माल इकट्ठा करता रहा है। 

सज्जन वर्मा ने कहा-  ‘ईडी के छापे ने करोड़ों का खेल पहले ही खोल दिया है। अभी तो जांच अधूरी है, आगे और नाम सामने आएंगे।’ उन्होंने कहा कि ‘जिस मुद्दे को उन्होंने पहले उठाया था, उस पर अब भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। अगर मैं गलत हूं तो कैलाश विजयवर्गीय कल ही मानहानि का दावा ठोक दें।’ एक महिला के साथ 36 बार बलात्कार का केस सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है।

राहुल गांधी विवाद से शुरू हुआ मामला

दरअसल, विवाद की शुरुआत तब हुई जब हाल ही में कैलाश विजयवर्गीय ने राहुल गांधी और उनकी बहन को लेकर विवादित बयान दिया था। इसके बाद कांग्रेस ने प्रदेशभर में विजयवर्गीय का पुतला दहन किया। इसी बयान के बाद सज्जन सिंह वर्मा ने कैलाश विजयवर्गीय पर हमला बोला था। इसके जवाब में विजयवर्गीय ने भी पलटवार करते हुए कहा था- ‘मैं बच्चों और बूढ़ों को माफ कर देता हूं।’

जनता से किया सवाल- असली रावण को कब जलाओगे?

सज्जन वर्मा ने इंदौर की जनता से कहा- ‘हर साल दशहरे पर रावण का पुतला जलाते हो, लेकिन राजनीति में बैठे असली रावण को कब जलाओगे? यह काम सिर्फ आयोजकों का नहीं, जनता का भी है।’

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