अनिल सक्सेना, रायसेन। मध्य प्रदेश के शहरीय क्षेत्रों के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमण फैलता जा रहा है. हालात ये हैं कि रायसेन जिले की 494 पंचायतों में से 222 पंचायतों में कोरोना का संक्रमण दस्तक दे चुका है. साथ ही जिले की पांच पंचायतों में कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलने के कारण हॉट स्पॉट एरिया बन गया है. इन पंचायतों में जनाजें, हरिद्वार यात्रा, कार्यक्रम में जुटने वाली भीड़ और लोगों की बड़े शहरों में आवाजाही संक्रमण की वजह बनी.
बता दें कि जिले में शहरों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमण के फैलने से शासन- प्रशासन की चिंता बढ़ गई है. यहां ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण के मामले 6 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच 25 दिन में कुल 653 कोरोना संक्रमित मरीज मिले थे, लेकिन मई में संक्रमण की रफ्तार अचानक बढ़ गई. मई में महज 9 दिन में ही जिले में 589 संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. वहीं गांवों में कुल 1270 मरीज मिल चुके हैं.
जिले के बाड़ी जनपद में आने वाली महेश्वर पंचायत में कोरोना संक्रमण से लोगों में दशहत फैल गया है. यहां एक मौत के बाद जानजे में भीड़ जमा होने से घर-घर सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों का बढ़ना शुरु हो गया. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि यहां प्रशासन ने भी लापरवाही की है. हर घर में मरीज थे, अब स्थिति बिगड़ गई तब प्रशासन जागा है. जानकारी के मुताबिक अप्रैल महीने में गांव में 20 से अधिक मौतें हो गई हैं.
जिला पंचायत सीईओ पीसी शर्मा का कहना है कि क्षेत्रों में संक्रमण रोकने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं. सभी पंचायतों में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. यहां मरीजों को रखा जा सकता हैं. इसके अलावा जहां भी आवश्यकता होती है वहां लोगों की जांच कराकर कोरोना किट का भी वितरण कराया जा रहा है.