भोपाल। दमोह उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अजय कुमार टंडन ने भारी मतों से जीत दर्ज की है. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार राहुल लोधी को 17 हजार 89 वोट से शिकस्त दी है. इससे पहले दमोह सीट पर कांग्रेस की टिकट पर राहुल लोधी पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे, लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता जाते ही उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया था. उपचुनाव में उन्हें जनता की नाराजगी का सामना करना. वे किसी भी राउंड में बीजेपी को आगे नहीं बढ़ा पाए. यहां तक की पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के वॉर्ड में दशकों बाद बीजेपी को हार झेलनी पड़ी. राहुल सिंह को अपने ही गांव के बूथ पर कांग्रेस से कम वोट मिले.

इस उपचुनाव को दमोह से केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल और पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के बीच लड़ाई के रूप में देखा जा रहा था, भाजपा ने राहुल लोधी को टिकट दिया. इस उपेक्षा से मलैया खासे नाराज थे, लेकिन बाद में पार्टी ने मलैया को मना लिया था. जयंत मलैया ने दमोह विधानसभा सीट पर 6 बार जीत दर्ज की थी, लेकिन 2018 में कांग्रेस के राहुल सिंह लोधी से लगभग 800 वोटों से पराजित किया था.

उपचुनाव जीत के बाद कांग्रेस ने अब दमोह उपचुनाव परिणाम के मद्देनजर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस्तीफे की मांग की है. पार्टी के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि दमोह का उपचुनाव मुख्यमंत्री शिवराज जी ने ख़ुद लड़ा था , यह उनकी हार है. उनकी पूरी सरकार इस कोरोना महामारी मे प्रदेश की जनता को भगवान भरोसे छोड़ दमोह में लगी हुई थी. पूरी ताक़त झोंक देने के बाद भी भाजपा की करारी हार हुई. शिवराज जी इस हार पर नैतिकता के नाते अपना इस्तीफ़ा दे. इस हार ने साबित किया है कि बीजेपी में भी अंदरखाने सब ठीक नहीं है.

कैबिनेट मंत्री और दमोह से बीजेपी सांसद प्रह्लाद सिंह पटेल ने ट्विटर पर लिखा कि “दमोह के विधानसभा उपचुनाव में जीत की ओर अग्रसर कांग्रेस के उम्मीदवार अजय टंडन जी को शुभकामनाएं.हम जीते नहीं पर सीखे बहुत?

दमोह चुनाव में प्रचार के दौरान कई नेता कोरोना की चपेट में आए. कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर का भोपाल के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया. वह दमोह विधानसभा उपचुनावों के लिए पार्टी के प्रभारी थे.

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