बीडी शर्मा, दमोह। मध्य प्रदेश के दमोह से बड़ी खबर सामने आई है, जहां जिला अस्पताल में पूरी रात एक मरीज के परिजनों ने जमकर बवाल काटा और इसकी वजह से दूसरे मरीज परेशान होते रहे। वहीं स्टाफ और डॉक्टर्स दहशत में रहे। दरअसल इस हंगामे की वजह एक महिला की इलाज के दौरान मौत थी। बीती रात करीब साढ़े ग्यारह बजे जिले के तेजगढ़ थाने के धनेटा माल गांव से एक महिला मायारानी पटेल को सर्पदंश के बाद जिला अस्पताल लाया गया, महिला की हालत नाजुक थी। लिहाजा जिला अस्पताल के डॉक्टर ने उन्हें पहले ही बताया कि हालात खराब है और इन्हें हायर सेंटर रेफर करना पड़ेगा। 

परिजन जबलपुर ले जानें की कर रहे थे मांग 

इधर अभी इलाज चल ही रहा था कि मरीज के परिजन उन्हें जबलपुर ले जाने के लिए मांग करने लगे। लेकिन तब तक मरीज की स्थिति ऐसी नही थी कि उन्हें शिफ्ट किया जा सके। कुछ ही देर में महिला ने दम तोड़ दिया औऱ फिर महिला के बेटों और साथ आये लोगों ने बवाल करना शुरू कर दिया। अस्पताल के अंदर हंगामा करने के साथ शव को जबरन ले जाने की कोशिश शूरू हुई। अस्पताल स्टाफ ने पुलिस को खबर की तो कुछ ही समय मे पुलिस भी यहां पहुंची। इस दौरान परिजनों ने पुलिस से भी धक्का मुक्की की और देखते ही देखते अस्पताल पुलिस छावनी में तब्दील हो गई। 

परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप 

अलसुबह तक ये सब चलता रहा और फिर पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर उसे मरचुरी में रखवाया है। मृतक महिला के परिजनों का कहना है कि अस्पताल में डॉक्टर ने सही इलाज नहीं किया और जब वो अपनी मरीज को जबलपुर ले जाना चाह रहे थे तब उन्हें जबलपुर भी नही ले जाने दिया वरना जान बच जाती। इसके साथ ही परिजन मौके पर मौजूद किसी पुलिस वाले पर भी बदसलूकी का आरोप लगा रहे है। दूसरी तरफ डॉक्टर का कहना है कि जब पेशेंट यहां आई तब उनकी हालत नाजुक थी, इलाज देकर उनकी जान बचाने की कोशिश की गई लेकिन तीमारदारों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और महिला ने दम तोड़ दिया। यदि समय पर पुलिस नही आती तो स्टाफ और डॉक्टर सुरक्षित नहीं बचते। इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H