हेमंत शर्मा, इंदौर। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान मंच से एक बड़ा और विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा कि “पंडित जवाहरलाल नेहरू का जो संविधान था, उसे जला दिया गया। अब हम केवल भारतीय संविधान को बचाना चाहते हैं।” उनके इस बयान ने न केवल राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, बल्कि कांग्रेस और भाजपा के बीच नए विवाद की शुरुआत भी कर दी है। दिग्विजय सिंह ने अपने भाषण में भारतीय संविधान की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि यह संविधान सभी वर्गों के अधिकारों को सुनिश्चित करता है। उन्होंने मंच से एक पर्चा भी वितरित किया, जिसमें अनुसूचित जाति, महिलाओं, किसानों, पिछड़े वर्ग और आदिवासियों के अधिकारों से संबंधित जानकारी दी गई थी। उन्होंने कहा, “भारतीय संविधान हमें वह ताकत देता है जिससे जनता अपने नेताओं को चुन सकती है और उन्हें सत्ता से हटा सकती है। यह ताकत हमें बाबा साहब अंबेडकर द्वारा लिखित भारतीय संविधान से मिली है।”
दिग्विजय सिंह ने अपने भाषण में एक ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए कहा कि आजादी से पहले राजा-रजवाड़ों का शासन था, जहां राजा का चुनाव नहीं होता था बल्कि वह वंशानुगत होता था। उन्होंने कहा कि “1947 में जब देश आजाद हुआ, तो राजा-रजवाड़ों का अंत हुआ और जनता का राज स्थापित हुआ। यह बदलाव भारतीय संविधान की वजह से आया।”उन्होंने आगे कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान लिखा, जो दलित और गरीब वर्ग के उत्थान के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ। उन्होंने पंडित जवाहरलाल नेहरू के संदर्भ में कहा, “नेहरू का संविधान जला दिया गया और अब हमें केवल भारतीय संविधान को बचाने की जरूरत है।” दिग्विजय सिंह ने अपने भाषण के दौरान जो पर्चा वितरित किया, उसमें बताया गया कि कैसे वर्तमान व्यवस्था में बड़े लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है और गरीबों के अधिकार छीने जा रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि संविधान में जिन कानूनों का उल्लेख किया गया है, वे कमजोर वर्गों, महिलाओं और किसानों के लिए हैं। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से इस पर्चे का अध्ययन करने की अपील की। दिग्विजय सिंह ने बाबा साहब अंबेडकर का जिक्र करते हुए कहा कि “भारतीय संविधान ने हमें वह ताकत दी है, जिससे हम अपने अधिकारों के लिए लड़ सकते हैं।” उन्होंने संविधान के महत्व को समझाते हुए कहा कि यह जनता को न केवल अधिकार देता है बल्कि उनके हक की रक्षा भी करता है।दिग्विजय सिंह के इस बयान को लेकर राजनीतिक विवाद खड़ा होने की संभावना है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस बयान को कांग्रेस की विचारधारा पर सवाल उठाने का मौका मान सकती है। नेहरू का जिक्र करते हुए संविधान के जलाए जाने की बात ने सियासी हलकों में एक नई बहस छेड़ दी है।
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक