शरद पाठक, छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए लगातार स्वास्थ्य विभाग की टीम तत्परता से काम कर रही है. इस दौरान डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रशासनिक अमला द्वारा प्रताड़ित किए जाने के कई मामले सामने आ रहे हैं. ऐसा ही मामला इंदौर के बाद अब छिंदवाड़ा जिले में भी सामने आया है. यहां एक डॉक्टर का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में डॉक्टर चिरंजीवी पवार ने छिंदवाड़ा जिले के तामिया तहसीलदार पर अभद्रता का आरोप लगाया है.
दरअसल पूरा मामला जिले के तामिया विकासखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है. यहां पदस्थ डॉक्टर चिरंजीवी पवार ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल कर अपनी आपबीती सुनाई है. डॉक्टर का कहना है कि तामिया में पदस्थ तहसीलदार द्वारा उन्हें कोविड-19 संक्रमण में जांच कम होने के लिए जिम्मेदार मानते हुए धमकाया जा रहा है. साथ ही गाली-गलौच और अभद्रता की जा रही है.
टारगेट पूरा करने का दबाव
डॉक्टर चिरंजीवी ने आरोप लगाया की टारगेट पूरा करने के चलते तहसीलदार मनोज चौरसिया हमेशा शासकीय नियमावली के विरुद्ध जाकर बात करते हैं. साथ ही मुझ पर लापरवाह होने का आरोप लगाते हैं. जबकि मौजूदा हालात ऐसे हैं की जिन ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टर अपनी टीम लेकर कोविड-19 संक्रमण की जांच के लिए जा रहे हैं, वहां पर लोगों में कोरोना टेस्टिंग को लेकर उत्साह नजर नहीं आ रहा है. ग्रामीण क्षेत्र होने की वजह से लोगों में जागरूकता नहीं है. वह सैंपल दिखाने में दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं. साथ ही हमारे पास स्टॉफ भी नहीं हैं.
मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आऱोप
डॉक्टर ने कहा कि कई बार यह भी हुआ कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने डॉक्टर की टीम सहित डॉक्टर को मारने के लिए उतारू हो जाते हैं. ऐसे में जब लोग समझने को तैयार ही नहीं है कि टेस्टिंग कितनी आवश्यक है तो वह कहां से टारगेट पूरा कर देंगे. उन्होंने आऱोप लगाया कि तहसीलदार हमेशा जिला कलेक्टर का हवाला देते हुए मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित करते रहते हैं. वहीं तहसीलदार की इस हरकत से डॉक्टर चिरंजीवी परेशान होकर वे वायरल वीडियो में रोते हुए कह रहे हैं कि वे ऐसी स्थिति में इस्तीफा दे देंगे. इस मामले से विभाग में हड़कंप मच गया है.