कुमार इंदर, जबलपुर। आबकारी विभाग की गुंडागर्दी की एक तस्वीर सामने आई है जिसमें दिख रहा है कि आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त संजीव दुबे और उनका स्टाफ किस तरह से एक शराब दुकान में घुसकर खुलेआम मारपीट कर रहे हैं। यह तस्वीर जबलपुर के बरेला थाना अंतर्गत शराब दुकान नंबर एक की है जहां पर कल रात आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त संजीव दुबे और उनका स्टाफ दो गाड़ियों में भरकर दुकान पहुंचे और फिर पूछताछ करने के नाम पर गाली-गलौज और मारपीट करने लगे।

शराब दुकान के ठेकेदार ने बताया कि दो गाड़ियों में सवार होकर आए लोग सीधे उनके दुकान के अंदर घुसे और फिर उनके स्टाफ को गाली गलौज करने लगे। जब स्टाफ ने गाली गलौज करने का विरोध किया तो फिर वह मारपीट पर उतारू हो गए। तस्वीरों में भी दिख रहा है कि किस तरह से आबकारी विभाग के लोग दुकान में घुसकर स्टाफ से मारपीट कर रहा है। ठेकेदार का कहना है कि आबकारी विभाग कोई पूछताछ करने नहीं आया था बल्कि वह अवैध वसूली करने की नीयत से आया था लेकिन जब उनका उद्देश्य सिद्ध नहीं हुआ तो उन्होंने हाथापाई की।

हिस्ट्रीशीटर रज्जाक के गुर्गों का नया कारनामा: युवक के नाम का 9 लाख लोन की रकम अपने खाते में

शराब ठेकेदार ने खड़े किए सवाल

शराब ठेकेदार ने आबकारी विभाग के इस हरकत पर कई सवाल खड़े करते हुए कहा कि, यदि आबकारी विभाग कह रहा है कि वह अवैध शराब पकड़ने गया था तो फिर शराब की जप्ती क्यों नहीं दिखाई गई। आबकारी विभाग ने पकड़ी गई शराब का बैच से उनके दुकान के बैच से क्यों नहीं मिलाया। क्या आबकारी विभाग ने पकड़े गए लोगों के मोबाइल लोकेशन मिलाया, या पकड़े गए लोगों का उनकी दुकान से कोई संबंध है। सबसे बड़ी बात आबकारी विभाग को मारपीट करने का अधिकार किसने दिया।

आरक्षक भर्ती मामला: बिहार के 3 सॉल्वरों को एमपी पुलिस ने किया गिरफ्तार, 2 लाख लेकर दी थी परीक्षा

तीन दुकानों में घुसकर की मारपीट

ठेकेदार ने बताया कि टीम सबसे पहले बारेला के शॉप नंबर 1 में पहुंची जहां पर स्टाफ के साथ मारपीट की और फिर उसके बाद पूरा स्टाफ धनपुरी ग्राम पंचायत की शराब दुकान पर पहुंचा। वहां पर भी उन्होंने पूछताछ के नाम पर स्टाफ के साथ में बुरी तरह मारपीट की यही नहीं आबकारी विभाग की टीम ने धनपुरी की शराब दुकान में लगे सीसीटीवी का डीवीआर भी अपने साथ ले गए। इसके बाद दुकान नंबर तीन पर पहुंची और वहां पर भी उन्होंने गाली गलौज कर यही रवैया अपनाया।

ये क्याः अब्दुल कलाम नेहा बनकर भोपाल में रह रहा था, बांग्लादेशी नागरिक बन गया भारतीय, ऐसे खुला राज

थाने में नहीं लिखी गई एफआईआर

ठेकेदार का कहना है कि उन्होंने इस मारपीट के बाद बरेला थाने में जाकर शिकायत भी की लेकिन वहां पर उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की। जिसके बाद घायल कर्मचारी को लेकर वह जिला अस्पताल पहुंचे और वहां उनका इलाज कराया। ठेकेदार का कहना है कि उन्होंने शिकायत ना लिखे जाने पर 181 पर कॉल करके सीएम हेल्पलाइन में भी मामले की शिकायत दर्ज कराई है।

आबकारी विभाग का कुछ और ही कहना

आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त संजीव दुबे का कहना है कि, उन्होंने कल बिलहरी स्थित तीन लग्जरी गाड़ियों में शराब पकड़ी थी। इसकी पूछताछ के लिए वह बरेला स्थित शराब दुकान में पहुंचे और पूछताछ करने पर शराब दुकान के कर्मचारी उनके साथ बदतमीजी करने पर उतारु हो गए यही वजह थी कि उनके स्टाफ को हाथ उठाना पड़ा।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H