कुमार इंदर, जबलपुर। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में परत दर परत चीजें बाहर निकलकर सामने आ रही है। इस मामले में कई आरोपी अभी सलाखों के पीछे हैं वहीं बाकी आरोपियों पर पुलिस जल्दी ही अपना शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।
इस मामले में जबलपुर पुलिस की अब तक की जांच में जो तथ्य सामने आए हैं उनके मुताबिक नकली रेमडेसिविर के कुल 1200 इंजेक्शन मध्यप्रदेश पहुंचे थे। जिसमें 700 इंदौर और 500 जबलपुर में सप्लाई किया गया था। पुलिस के मुताबिक अब तक की जांच में सिटी अस्पताल में मरीजों को 200 इंजेक्शन लगाए गए। नकली इंजेक्शन जिसे लगे हैं, उनकी स्थिति का पुलिस पता लगा रही है। वहीं बाकी के इंजेक्शन कहां है, मरीजों को लगे हैं या नहीं अभी इस पर पुलिस की जांच जारी है।
इस पूरे मामले में पुलिस ने 2 लोगों को और आरोपी बनाया है। जिसमें सुनील बोरा और पुनीत शाह शामिल हैं। दोनों ही आरोपी गुजरात के रहने वाले हैं। इन्हें मिलाकर इस मामले में जबलपुर ने 5 लोगों को आरोपी बना चुकी है।
जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि इंडिया मार्ट एप के ज़रिए गुजरात के नक़ली रेमडेसिविर रैकेट से सिटी अस्पताल प्रबंधन जुड़ा हुआ था। गुजरात के सूरत से 500 इंजेक्शन बुक किये गए थे। एसपी का कहना है कि आने वाले दिनों इस पूरे मामले का खुलासा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर के अन्य लोग इस मामले में अभी आरोपी बनाए जा सकते हैं।