राकेश चतुर्वेदी,भापोल। मध्यप्रदेश में अब खेती करना महंगा सौदा साबित होने वाला है. कोरोना संक्रमण काल में इंसानों के बाद अब फसलों पर भी ऑक्सीजन का संकट आने वाला है. सरकार ने डीजल और खाद के दाम बढ़ा दिए हैं. इससे किसानों पर अतिरिक्त आर्थिक भार पड़ेगा. वहीं खाद और डीजल महंगा होने से प्रदेश के किसानों में आक्रोश व्याप्त है.
बोवाई के लिए खेत तैयार कर रहे किसानों ने बताया कि खाद के दामों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हो गई है. खेती के लिए जरूरी डीएपी खाद 700 रुपए महंगा हो गया. इसके दामों में बीते 19 दिनों में दो बार बढ़ोत्तरी हुई है. डीपीए का दाम 1200 रुपए से बढ़ाकर 1700 रुपए कर दिया है. अब 200 रुपए और बढ़ा दिए गए हैं. अब डीपीए का एक बोरी खाद 1900 रुपए में मिलेगी. इसी तरह डीजल के दामों में वृद्धि से बोवाई के अलावा अन्य चीजों पर भी असर पड़ेगा. इससे सीमांत किसानों का खेती करना मुश्किल भरा सौदा होगा.
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बता दें कि खेती भी एक तरह का जुआं है. सब कुछ ठीक ठाक रहा तो मौसम साथ नहीं देता है. मौसम ने साथ दिया तो फसल कटाई के वक्त आगजनी की घटना हो जाती है. इससे बच गए तो खरीदी केंद्र तक पहुंचने में फिर अचानक बारिश से नुकसान की संभावना बनी रहती है.
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