योगेश पाराशर, मुरैना। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुरैना जिला अस्पताल (Morena District Hospital) में बुधवार शाम अचानक आग लग गई। जिससे अफरातफरी का माहौल बन गया। घटना में एक मरीज की मौत की बात सामने आई थी। इसी बीच सिविल सर्जन डॉ. जी.एस. तोमर ने इस हादसे में किसी भी मौत की बात को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने एक पत्र जारी कर कहा कि, आग ऑपरेशन थियेटर के बाहर लगी थी, जहां उस वक्त कोई मौजूद नहीं था।

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क्या है मामला

दरअसल, बुधवार की शाम जिला अस्पताल में अचानक आग लग गई। जिसमें एक 50 वर्षीय मरीज की मौत की बात सामने आई। बताया जा रहा है कि भागदौड़ में ऑक्सीजन हटने से अस्थमा रोगी की जान चली गई। वहीं बाकी के मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। वहीं अब सिविल सर्जन डॉ.जी.एस. तोमर ने इस हादसे में किसी भी मौत की बात को सिरे से खारिज किया है।

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उन्होंने के पत्र जारी कर स्पष्ट किया कि यह आग इलेक्ट्रिक पैनल में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी, जो ऑपरेशन थियेटर के बाहर स्थित था। आग की लपटें सर्जिकल वार्ड तक जरूर फैलीं, जिससे अस्पताल परिसर में भगदड़ की स्थिति बन गई थी। लेकिन समय रहते सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।

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हालांकि, इसी दौरान मेडिकल वार्ड में भर्ती एक मरीज की ऑक्सीजन न मिलने के कारण मौत हो गई थी। मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए थे। जिसपर सिविल सर्जन ने कहा कि, मेडिकल वार्ड ऑपरेशन थियेटर से काफी दूर है और वहां तक धुआं भी नहीं पहुंचा था।

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